मनसा देवी मंदिर के पहाड़ के बाद अब चंडी देवी मंदिर के पहाड़ भी दरकने पर एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की एक-एक टीम हरिद्वार पहुंच गई है। 25 सदस्यीय एनडीआरएफ की टीम को चंडी देवी और श्यामपुर क्षेत्र में भेजा गया है। जिलाधिकारी ने पहाड़ के सर्वे के लिए शासन को पत्र भेजा है। वाडिया इंस्टीट्यूट ऑफ हिमालयन जियोलॉजी और जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (जीएसआई) से नील पर्वत (चंडी देवी पहाड़) का सर्वे कराया जाएगा।
इस बार हरिद्वार में बारिश से लगातार नुकसान हो रहा है। मनसा देवी के बाद चंडी देवी पहाड़ ने भी दरकना शुरू कर दिया है। चंडी देवी में पिछले कई सालों में यह पहला मौका है जब मंदिर के इतने पास पहाड़ दरका है। 1991 में एक बार पहले पहाड़ जरूर दरका था, लेकिन वह मंदिर से काफी दूरी पर था। डीएम धीराज सिंह गर्ब्याल का कहना है कि मनसा देवी के बाद चंडी देवी पहाड़ में भी अतिवृष्टि हुई है। एनडीआरएफ की टीम हरिद्वार पहुंच चुकी है, पहाड़ के सर्वे के लिए शासन को पत्र लिखा जा चुका है।