अल्मोड़ा ११ मई। अल्मोड़ा पुलिस ने 2 बुजुर्ग भाई बहनों को 16 दिनों तक डिजिटल अरेस्ट कर 75 लाख से अधिक धनराशि ठगने वाले अभियुक्त को मोरवी गुजरात से गिरफ्तार किया है। गौरतलब है कि विगत माह की 15 तारीख को स्थानीय निवासी पूर्ण चन्द्र जोशी व उनकी बहन भगवती पाण्डे ने तहरीर दी कि उनके मोबाइल नंबर पर किसी अज्ञात व्यक्ति ने वीडियों कॉल कर उन्हें 23 मार्च से लेकर 7 अप्रैल तक डिजिटल अरेस्ट रखते हुए उनके खातों से कुल 75 लाख 73 हजार रुपये की राशि ठग ली , शिकायत के आधार पर कोतवाली अल्मोड़ा में एफआईआर न0 33/2025 धारा 318/318(4) /308(5)/61(2) बीएनएस के अन्तर्गत केस दर्ज किया गया ।
मामले की सम्बेदनशीलता को देखते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देवन्द्र पींचा ने अल्मोड़ा पुलिस की एक टीम गठित कर साइबर ठगी के गिरोह को दबोचने के लिये आवश्यक कार्यवाही शुरु की । इस क्रम में पूर्ण चन्द्र व भगवती पाण्डे द्वारा अपने से खातों जिन बैकों मे धनराशि भेजी गयी थी उनकी विवेचना की गई , जिसके बाद जांच अधिकारी एसएसआई अजेन्द्र प्रसाद द्वारा जांचकर आवश्यक जानकारी जुटाई,जिसके पश्चात पुलिस टीम का गठन किया गया।
पुलिस टीम द्वारा सर्विलांस की मदद से अथक प्रयास करते हुए 9 मई को एक अभियुक्त जुनेजा दिलावर को लगभग 1400 कि0मी0 दूर मोरवी राजकोट गुजरात से गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार जुनेजा दिलावर पुत्र मोहम्मद भाई निवासी महेन्द्र परा 14 मोरवी जिला मोरवी राजकोट गुजरात का रहने वाला है। फिलहाल पुलिस इस गिरोह के अन्य संलिप्तों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है,साइबर ठगी गिरोह की चेन का पता लगाकर गिरफ्तार करने के प्रयास जारी है।
अभियुक्त ने भाई – बहन को ऐसे किया था डिजिटल अरेस्ट-
23 मार्च को अभियुक्त ने वीडियों कॉल के माध्यम से पूर्ण चन्द्र जोशी व उसकी बहन भगवती को पुलिस अधिकारी बनकर उसकी आईडी बच्चों के अपहरण वाले गिरोह से लगी होने तथा उसकी भूमिका संदिग्ध होने व उन्हे गिरफ्तार करने का भय दिखाकर खातों की जांच करने तथा उनके खाते जमा धनराशि को उनके द्वारा बताये गये खातों में भेजने व इस अवधि में किसी से बात न करने के संबंध धमकी दी गई, तथा जांच पूरी होने के बाद सही पाये जाने पर उनकी धनराशि को वापस लौटाने की बात कहकर उन्हे 23 मार्च से 7 अप्रैल 2025 तक डिजिटल अरेस्ट रखकर 8 बार विभिन्न तिथियों मे कुल 75 लाख 73 हजार की धनराशि ठगों द्वारा अपने खातों में मंगवायी गई। पुलिस की गिरफ़्तारी टीम में उपनिरीक्षक 0 धरम सिंह,कोतवाली अल्मोड़ा कांस्टेबल परवेज अली, व साइबर टीम अल्मोड़ा शामिल थी।
एक अन्य मामले में थाना लमगड़ा पुलिस ने एक बुजुर्ग को 5 दिनों तक डिजिटल अरेस्ट कर 7 लाख से अधिक धनराशि ठगने वाले अभियुक्त को जामनगर गुजरात से दबोचा है।पीड़ित जीवन सिंह मेहता निवासी बर्गला लमगड़ा ने अपनी शिकायत में बताया कि 21 फरवरी 2025 को अज्ञात अभियुक्तों ने उन्हें 13 जनवरी 2025 से 17 जनवरी तक डिजिटल अरेस्ट कर मनी लॉन्ड्रिंग केस में संलिप्त होने का डर दिखाकर 7 लाख 20 हजार रुपये हड़प लिए । जिस आधार पर थाना लमगड़ा में केस दर्ज किया गया था ।
21 अप्रैल को बुजुर्ग व्यक्ति को डिजिटल अरेस्ट करने वाले गिरोह के 02 अभियुक्तों को खरगौन मध्य प्रदेश से गिरफ्तार किया गया था, जिनसे पूछताछ में अभियुक्तों द्वारा गिरोह में सम्मिलित होकर उक्त प्रकार के अपराधों में लिप्त होना व गिरोह के अन्य सदस्यों के बारे में जानकारी दी गई थी,इसी क्रम में उक्त गिरोह के अन्य अभियुक्त मंडलिया निशित को दिनांक 8/5/2025 को लगभग 1600 किमी0 दूर जामनगर गुजरात से गिरफ्तार करने में सफलता मिली। उक्त अभियुक्त मंडलिया निशित द्वारा पूर्व में गिरफ्तार अभियुक्तों को अपने गिरोह मे शामिल कर उनको बैक खातों की व्यवस्था करने व ठगी के रुपये खातों आहरण करने के लिये कहा गया था।अन्य संलिप्तों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है।
ऐसे किया था डिजिटल अरेस्ट –
13 जनवरी को लमगड़ा क्षेत्र निवासी बुजुर्ग को एक अज्ञात विडियो कॉल आती है और सीबीआई ऑफिसर बनकर बुजुर्ग को मनी लॉन्ड्रिंग केस के खाते में उनका आधार पैन कार्ड लगा होने और संलिप्ता का डर दिखाकर बताया कि आपको डिजिटल अरेस्ट किया जाता है।
बुजुर्ग को डराधमकाकर कहा गया कि आप लगातार विडियों कॉल पर जुड़े रहोगे और इसके बारे किसी परिवार या अन्य को नहीं बताओगे। आपका एकाउंट वैरिफाई करना है,आप कुछ पैसा जो खाते हम बताते है उनमे डालें,आपका वैरिफिकेशन किया जा रहा है,जो आपको बाद में वापस हो जायेगा । आप हमारे साथ कॉपरेट करें अन्यथा आपको गिरफ्तार किया जायेगा या एनकाउंटर भी हो सकता है,यह बहुत बड़ा मामला है, ऐसे धमकाया तो बुजुर्ग द्वारा तीन किस्तों में 7,20,000 रुपये साइबर ठगों द्वारा बताये गये खातों में भेजे गये । जब बुजुर्ग द्वारा और अधिक रुपये न होने पर असमर्थता जतायी तो,साइबर ठगों ने कहा कि कोई बात नही हम जांच कर रहे है,फिर आपके पैसे वापस आ जायेंगे।
जब काफी दिनों बाद पैसे वापस नहीं आये और उनके सम्पर्क नंबर ऑफ आ रहे थे,लगभग 1 माह बाद 21 फरवरी 2025 को वादी जीवन सिंह मेहता द्वारा लमगड़ा थाने पर तहरीर दी गई थी। जिस पर थाना लमगड़ा में तत्काल एफ0आई0आर0 3/2025 धारा 318(4)/61(2) BNS के अन्तर्गत केस किया गया।गिरफ्तार अभियुक्त मंडलिया निशित पुत्र जयेश भाई निवासी मंगलम 1 ब्लॉक 1 न्यू आरम कॉलोनी मास्टर सोसाईटी गली नं0 1 सरुसैक्शन रोड खोडियार कॉलोनी थाना सी डिविजन जिला जामनगर गुजरात का रहने वाला है। पुलिस की गिरफ़्तारी टीम में उपनिरीक्षक दिनेश परिहार, प्रभारी चौकी जैंती थाना लमगड़ा, कांस्टेबल हेमचन्द्र व साइबर टीम अल्मोड़ा शामिल थी।