मुख्य विकास अधिकारी ने भैंसरों गांव में पोल्ट्री हैचरी व पोल्ट्री कलस्टर का किया निरीक्षण

पौड़ी 22 नवम्बर। मुख्य विकास अधिकारी गिरीश गुणवंत ने विकासखंड पौड़ी के अंतर्गत भैंसरों में पोल्ट्री हैचरी व पोल्ट्री कलस्टर का निरीक्षण किया। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को अन्य समूहो के सदस्यों व युवाओं को भी मुर्गी पालन जैसे व्यवसाय से जोड़ते हुए ओर बड़े कलस्टर के रूप में विकसित करने के निर्देश दिये हैं।

मुख्य विकास अधिकारी ने भैंसरों में समूह के सदस्यों द्वारा किये जा रहे इस मुर्गी पालन व हैचरी के कार्यों की सराहना की। उन्होंने एन.आर.एल.एम., ग्रामोत्थान परियोजना व ब्लॉक पौड़ी के अधिकारियों को निर्देश दिये कि अन्य समूह के सदस्यों और युवाओं को भी मुर्गी पालन व्यवसाय से जोड़ने के लिए प्रेरित करें। जिससे वह रोजगार से जुड़कर अपनी आर्थिकी मजबूत बना सकेंगे। उन्होंने कहा कि बडे स्तर पर मुर्गी पालन गतिविधि को करते हुए कलैक्टिव मार्केटिंग के माध्यम से इसको अधिक लाभदायक बनाया जा सके। उन्होंने मनरेगा के माध्यम से इच्छुक मुर्गी पालकों को मुर्गी बाड़ा उपलब्ध कराने व पशुपालन विभाग के माध्यम से उन्हें आवश्यक प्रशिक्षण और अन्य सहयोग प्रदान करने के लिए खण्ड विकास अधिकारी व मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को निर्देश दिये।

खण्ड विकास अधिकारी ने मुख्य विकास अधिकारी को जानकारी देते हुए बताया कि राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के माध्यम से वर्ष 2019-20 से जय मंगला देवी स्वयं सहायता समूह द्वारा मुर्गी पालन का कार्य शुरू किया गया। जिसमें मनरेगा के माध्यम से 04 मुर्गी बाडा का निर्माण करवाया गया व पशुपालन विभाग के कडकनाथ मुर्गी पालन योजना के तहत स्वयं सहायता समूह द्वारा 12160 चूजे पालकर पशुपालन विभाग को दिए गए। इसके साथ ही समूह द्वारा बाजार से पोल्ट्री फीड क्रय कर मुर्गी पालकों को उपलब्ध कराया गया। क्षेत्र में मुर्गी पालन व्यवसाय को बढ़ाने के लिए वर्ष 2021-22 में हिमोत्थान सोसायटी के माध्यम से जय मंगला देवी स्वंय सहायता समूह को सोलर हैचरी स्थापित की गई। जिसमें समूह द्वारा चूजे तैयार कर 15 किसानों को आजीविका गतिविधि शुरू करने के लिए दिए गए।

उन्होंने यह भी बताया कि वर्ष 2023-24 में समूह द्वारा कॉपरेटिव विभाग की पौल्ट्री वैली योजना के तहत 6500 चूजे विभाग को 21 दिन पालकर वापस किये गए। वहीं एन.आर.एल.एम. टीम द्वारा बताया गया कि इस समूह द्वारा परसुंडाखाल में एक मीट आउटलेट भी स्थापित किया गया है। जिसमें समूह सदस्यों द्वारा पाली गई मुर्गियों, अंडों व चारा आदि का विक्रय किया जाता है।

निरीक्षण के दौरान मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. विशाल शर्मा, खण्ड विकास अधिकारी दिनेश नेगी, ग्रामोत्थान परियोजना के जिला परियोजना प्रबंधक कुलदीप बिष्ट,, हिमोत्थान सोसाइटी से बी.एम.एम. विजय बिष्ट, नीरज नेगी, ग्रामोत्थान आजीविका समन्वयक कविता नेगी सहित अन्य उपस्थित थे।

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