राजसत्ता न्यूज़ ब्यूरो
देहरादून 01 सितम्बर। उत्तराखंड कांग्रेस ने शुक्रवार को मुख्य निर्वाचन अधिकारी देहरादून से मिलकर उनसे अनुरोध किया कि बागेश्वर विधानसभा उपचुनाव में सत्ताधारी पार्टी यानि बीजेपी सरकारी मशीनरी का खुलकर दुरूपयोग कर रही है, व चुनाव जीतने के लिए धन बल और बाहु बल का प्रयोग किया जा रहा है। बागेश्वर में कांग्रेस के कार्यकर्ताओं एवं लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ मीडिया विभाग के कर्मियों का उत्पीड़न किया जा रहा है,उनके बागेश्वर विधानसभा के अंतर्गत कवरेज करने पर प्रतिबंध लगाया जा रहा है।
पत्र में कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि पंचायत प्रतिनिधियों पर दबाव डाला जा रहा है व उन्हें सत्ता पक्ष के पक्ष में काम करने के लिए मजबूर किया जा रहा है, तथा कांग्रेस से संबंधित जनप्रतिनिधियों की बकाया धनराशि को रोका जा रहा है और उन्हें झूठे मुकदमे में फसाने की धमकी दी जा रही है। विपक्षी दल के प्रत्याशी के पक्ष में लगाये गये बैनर और पोस्टर लगने के आधे घंटे बाद फाड़ दिए जा रहे हैं। कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि स्थानीय प्रशासन एवं जिला निर्वाचन विभाग मूकदर्शक बना हुआ है। निजी वाहनों में भी यदि कोई व्यक्ति गले में विपक्षी दल के चुनाव चिन्ह वाला पट्टा डाले दिखाई पड़ रहा है तो उससे परमिशन लेटर की मांग कर तंग किया जा रहा है।
उन्होंने आरोप लगाया कि सत्ताधारी दल के दबाव में आकर कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं को झूठे मुकदमों में फंसाने का प्रयास किया जा रहा है जिसका प्रमाण कांग्रेस अनुषांगिक संगठन युवा कांग्रेस के जिला उपाध्यक्ष भीम कुमार एवं भुवन फस्र्वाण को बिना किसी अपराध के धारा 107 एवं 116 में शांति भंग का नोटिस दिया जाना है। 188 बूथों के ग्राम प्रधानों और जनप्रतिनिधियों को फोन पर डराया और धमकाया जा रहा है। कांग्रेस ने चुनाव आयोग से अपील की है कि बागेश्वर में सरकारी मशीनरी के दुरूपयोग रोका जाय व बागेश्वर उप चुनाव की कवरेज हेतु वहां पर जाने वाले मीडिया कर्मियों को इजाजत देने के साथ ही कांग्रेस अनुषांगिक संगठन के पदाधिकारियों पर लगाये गये झूठे आरोप वापस लिये जाए।