देहरादून १६ सितम्बर। 14 अगस्त 2025 को बेतालघाट में ब्लॉक प्रमुख चुनाव के दौरान भाजपा के गुंडों ने ‘मित्र’ पुलिस के सामने ही लोकतंत्र और नागरिक सुरक्षा को ठेंगा दिखाते हुए महेन्द्र सिंह बिष्ट पर बेरहमी से दो गोली चलाकर उन्हें घायल कर दिया। जिसके बाद मंगलवार को उत्तराखंड कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा आज बिष्ट का कुशलक्षेम जानने ग्राम छड़ा स्थित उनके आवास पर गए।
इस दौरान करन माहरा ने कहा कि यह कोई दुर्घटना नहीं थी, बल्कि भाजपा द्वारा योजनाबद्ध तरीके से अराजकता फैलाने की साज़िश थी। वायरल वीडियो में दो युवक खुलेआम गोलियां चलाते हुए दिखाई दे रहे हैं, जिनमें से एक ने काली शर्ट और दूसरे ने सफेद शर्ट पहनी थी। चौंकाने वाली बात यह है कि सफेद शर्ट पहने युवक को बचाने की पूरी कोशिश प्रशासन द्वारा की जा रही है। इस घिनौनी घटना के 16 आरोपियों पर गैंगस्टर एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज हुआ, लेकिन एक महीने से अधिक बीत जाने के बावजूद मात्र 9 आरोपियों को ही गिरफ्तार किया जा सका। रसूखदार आरोपियों के साथ ‘मित्र’ पुलिस की मित्रता खुलकर सामने आ रही है, जबकि पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने की दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। जिस दरोगा ने साहस दिखाकर भाजपा गुंडों को गिरफ्तार किया और रिपोर्ट सौंपी थी, उन्हें भी बेवजह ट्रांसफर कर दिया गया।
उन्होंने कहा कि सवाल यह है कि आखिर किस आधार पर दरोगा का यह ट्रांसफर किया गया, क्या यह भाजपा सरकार का सीधा हस्तक्षेप नहीं है? सरकार-प्रशासन लगातार यह दावा कर रहे हैं कि इस पूरे मामले की सीबीसीआईडी जांच चल रही है, लेकिन ऐसा कौन सा जांच तंत्र है जिसमें अभी तक गोली मारकर घायल किए गए पीड़ित महेन्द्र सिंह बिष्ट जी से एक भी अधिकारी बयान लेने नहीं गया? जबकि रानीखेत विधायक के दो भांजे इस पूरी अराजकता में शामिल थे, तब यह जांच कितनी निष्पक्ष मानी जा सकती है? यह एक सिस्टमेटिक षड्यंत्र है, जिसमें भाजपा के अपराधी नेता खुलेआम कानून और व्यवस्था की धज्जियां उड़ा रहे हैं, प्रशासन उनके साथ सांठगांठ निभा रहा है और आम जनता की आवाज़ दबाई जा रही है। विधायक के दोनों भांजों से अभी तक पूछताछ क्यों नहीं हुई ?
करन माहरा ने कहा कि यह सब साफ संकेत देता है कि भाजपा सत्ता के नशे में चूर होकर लोकतंत्र की हत्या करने में लगी है और प्रशासन उसके साथ सांठगांठ निभा रहा है। इस पूरे घटनाक्रम से स्पष्ट हो गया है कि यदि भविष्य में महेन्द्र सिंह बिष्ट जी के साथ कोई अप्रिय घटना घटित होती है, तो उसकी जिम्मेदारी सिर्फ और सिर्फ भाजपा सरकार और प्रशासन की होगी। जनता अब भाजपा के अपराधीकरण, गुंडागर्दी, और लोकतंत्र विरोधी रवैये को बर्दाश्त नहीं करेगी। यह समय आ गया है जब जनता की आवाज़ को दबाने का भाजपा का नकारात्मक खेल समाप्त हो। दोषियों को सजा दिलाई जाए, पीड़ित परिवार को न्याय मिले और भाजपा नेताओं द्वारा फैलायी जा रही अराजकता पर अंकुश लगाया जाए। भाजपा को समझ लेना चाहिए कि लोकतंत्र की भावना पर थूंकने वाले दिन अब समाप्त हो चुके हैं। जनता अब जाग चुकी है और वह भ्रष्टाचार, गुंडागर्दी और सत्ता के दुरुपयोग के खिलाफ आवाज़ बुलंद करेगी।