पौड़ी 21 फरवर। जिलाधिकारी गढ़वाल डॉ. आशीष चौहान के निर्देशों पर जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान पौड़ी ने गुलदार के बचाव के लिए एक बुकलेट तैयार की है । बुकलेट आंगनबाडी से लेकर कक्षा 08 तक के छात्र-छात्राओं को जागरूक करने के साथ ही बचाव एवं सावधानियों पर केन्द्रित है। पाठ्यक्रम निर्माण हेतु प्राचार्य डायट द्वारा डायट के संकाय सदस्यों की आवश्यक बैठक सम्पन्न की गई। उक्त बैठक में पाठ्यक्रम निर्माण एवं मूल्यांकन विभाग को उक्त कार्य हेतु निर्देशित किया गया। इसी क्रम में संकाय सदस्यो, विद्यालय शिक्षकों कहानीकारों, चित्रकारों की कार्यशाला आयोजित की गई।
बैठक में संकाय सदस्यों, विशेषज्ञों द्वारा पाठ्यक्रम की संकल्पना एवं स्वरूप पर विचार विमर्श किया गया। बैठक में वनाधिकारियों एवं वन्य जीव विशेषज्ञों का परामर्श प्राप्त किया गया। पाठ्îक्रम को निर्मित करने के पश्चात् निर्माण समिति के अध्यक्ष मुख्य विकास अधिकारी पौड़ी के द्वारा आयोजित बैठक में मुख्य शिक्षा अधिकारी पौडी, उपप्रभागीय वनाधिकारी पौडी एवं डायट संकाय सदस्यों के द्वारा प्रतिभाग कर प्रस्तुतीकरण दिया गया। प्रस्तुतीकरण के उपरान्त निर्मित पाठ्यक्रम की मुख्य विकास अधिकारी द्वारा सराहना की गई एवं निर्देशित किया गया कि निर्मित पाठ्îक्रम को जिलाधिकारी गढ़याल को संज्ञानार्थ प्रस्तुत किया जाए। जिलाधिकारी ने पाठ्यक्रम की समीक्षा की एवं इसे अनुमोदन प्रदान करने के साथ ही निर्देशित किया गया कि पाठ्यक्रम को उत्तराखण्ड के सुप्रसिद्ध बैकुण्ठ चर्तुदशी मेले के शुभारम्भ पर दिनांक 14 नवम्बर 2025 को उत्तराखण्ड के यशस्वी माननीय मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जी के हाथों विमोचन किया जायेगा।
जिलाधिकारी के निर्देश पर इस पुस्तिका को वैकुण्ठ चतुदर्शी मेले के शुभारम्भ पर विमोचन हेतु प्रस्तुत किया गया। मेले के उदघाटन सत्र में माननीय मुख्यमंत्री एवं शिक्षा मंत्री उत्तराखण्ड सरकार के द्वारा पुस्तक का मंत्र पर विमोचन गणमान्य नागरिको एवं अधिकारियों की उपस्थिति में सम्पन्न हुआ। निर्मित पाठ्यक्रम की आवश्यकता एवं महत्व को देखते हुए माननीय मुख्यमंत्री एवं शिक्षा मंत्री के द्वारा भी प्रशंसा की गई एवं जिलाधिकारी गढ़वाल को इस महत्वपूर्ण कार्य हेतु बधाई एवं शुभकामनाएं दी गई। इसके उपरान्त जिलाधिकारी महोदय द्वारा इस पाठ्यक्रम को जनपद के समस्त आगनबाड़ी प्राथमिक एवं माध्यमिक विद्यालयों के छात्र-छात्राओं को जागरूक करने हेतु कार्यक्रम संचालित करने हेतु निर्देशित किया गया।
इसी क्रम में जिला परियोजना अधिकारी पौड़ी द्वारा 500 पुस्तिकाओं का मुद्रण कर विकासखण्ड के विभिन्न विद्यालयों में वितरित की गई। जिससे जनपद के समस्त आगनबाडी केन्द्रो, प्राथमिक एवं माध्यमिक विद्यालयों के छात्र-छात्राओं, अभिभावको, एस०एम०सी० की बैठकांे, सदस्यों, जनप्रतिनिधियों को लगातार जागरूक किया जा रहा है। इसके साथ ही जनपद में संचालित हो रहे एस०एम०सी० के प्रशिक्षण में भी 107 मास्टर ट्रेनर को गुलदार के बचाव एवं जागरूकता हेतु सत्र आयोजित किए गए। इस पाठ्यक्रम का संचालन उक्त मास्टर ट्रेनरों के द्वारा विभिन्न विकास खण्डों में भी गतिमान है। इस पाठ्यक्रम का जिला स्तर विकासखण्ड, स्थानीय स्तर पर, छात्र-छात्राओं, जनसामान्य, बच्चों महिलाओं, एवं जनप्रतिनिधियों के द्वारा भी विभिन्न मंचों पर अनवरत रूप से प्रचार प्रसार जारी है तथा जनसामान्य के साथ ही जनप्रतिधियों के द्वारा मी लगातार इसकी प्रशंसा की जा रही है।
जिलाधिकारी के निर्देश पर निर्मित पाठ्यक्रम को सचिव विद्यालय शिक्षा उत्तराखण्ड, को प्रदेश के समस्त ऑगनबाड़ीः प्राथमिक एवं माध्यमिक विद्यालयों में लागू करने हेतु निवेदन किया गया। ऐसे क्षेत्र जहाँ पर गुलदार/तेंदुए एवं मानव संघर्ष की अधिक घटनाएं सम्भावित है वहाँ पर विशेष सतर्कता एवं जागरूक रहने के निर्देश दिए गए है।