13 विकासखंड़ों की ग्राम पंचायतों में लिंगानुपात में गिरावट
पौड़ी 30 दिसंबर : जिलाधिकारी डॉ0 आशीष चौहान ने जनपद के लिंगानुपात को लेकर वर्चुअल माध्यम से स्वास्थ्य विभाग की बैठक ली। उन्होंने मुख्य चिकित्साधिकारी को लिंगानुपात में सबसे अधिक गिरावट वाले ग्राम पंचायत की आशाओं का स्पष्टीकरण लेते हुए जांच करने के निर्देश दिये हैं। शनिवार को जिलाधिकारी ने लिंगानुपात को लेकर संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा कि जिन गांवों में लिंगानुपात में भारी गिरावट पाई गई है वहां पुनः जांच कर आख्या प्रस्तुत करना सुनिश्चित करें। गर्भधारण पूर्व व प्रसव पूर्व निदान तकनीक अधिनियम 1994 के अंतर्गत लिंगानुपात को लेकर पूर्व में किए गए सर्वे के आधार पर 43 गांव में लिंगानुपात में भारी गिरावट पाई गई थी।
सर्वे के आधार पर जनपद के समस्त 15 विकासखंड़ों में से जयहरीखाल व थलीसैंण ब्लाक का लिंगानुपात सही पाया गया था। जबकि 13 विकासखंड़ों के ग्राम पंचायतों में लिंगानुपात में गिरावट पाई गई, जिसमें सबसे अत्यधिक यमकेश्वर व बीरोंखाल हैं। जिलाधिकारी ने कम लिंगानुपात पर नाराजगी व्यक्त करते हुए लिंगानुपात को लेकर जिला स्तरीय समिति का गठन करते हुए 43 गांव की सभी आशाओं की रिपोर्ट की जांच कर पुनः सर्वे करने व डाटा अपडेट कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिये। बैठक में अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ0 पारुल गोयल, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0 रमेश कुंवर, जिला समन्वयक अशीष रावत सहित समस्त ब्लॉक प्रभारी चिकित्साधिकारी, ब्लॉक कॉर्डिनेटर, आशा कार्यकत्रियां उपस्थित थे।