गौरव मल्होत्रा विदेश से महंगे पार्सल भिजवाने का लालच देकर करता था साइबर ठगी
श्रीनगर 07 नवंबर। विगत 3 सितम्बर को श्रीकोट निवासी सुलोचना देवी ने श्रीनगर कोतवाली में एक शिकायती प्रार्थना पत्र दिया था, जिसमें उन्होंने लिखा था कि किसी अज्ञात व्यक्ति ने उनके मोबाइल नम्बर पर व्हाट्स अप कॉल करके उन्हें बताया कि मैं लंदन से बात कर रहा हूँ और आपके लिए यहां से आई फ़ोन, सोने, चांदी के जेवरात व महंगे कपड़े पार्सल के माध्यम से भेजूंगा। मैं किसी मुसीबत में हूँ और मुझे अभी पैसों की सख्त जरुरत है, आप मुझे अभी 4 लाख 20 हजार रुपये मेरे एजेन्ट के खाते में ट्रांसफर कर दो। जिस पर सुलोचना देवी ने अपने बैंक खाते से गूगल पे व अन्य माध्यम से अभियुक्त को लगभग ₹5 लाख रुपये ऑनलाइन ट्रांसफर कर दी। बाद में उन्हें अहसास हुआ कि उन्हें साइबर ठगी के जाल में फंसाया गया है । उनके प्रा्र्थना पत्र पर तुरंत कार्यवाही करते हुए कोतवाली श्रीनगर में मु0अ0सं0-61/2024, धारा-318(4) बी.एन.एस. बनाम अज्ञात दर्ज किया गया।
जिले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक लोकेश्वर सिंह ने आम नागरिकों के साथ हो रही धोखाधड़ी की घटना को गम्भीरता से लेते हुए इस पर तुरंत त्वरित कार्यवाही करने के आदेश प्रभारी निरीक्षक श्रीनगर को दिए , श्रीनगर पुलिस की टीम ने ठोस साक्ष्यों व जांच के दौरन पाया कि ऑनलाइन साइबर ठगी करने वाला यह गैंग दिल्ली और बिहार से संचालित हो रहा है। इस दौरान पुलिस टीम ने अलग अलग प्रदेशों में कई जगह दबिश दी, जिसके बाद बुधवार को पुलिस ने अभियुक्त गौरव मल्होत्रा को नई दिल्ली के सागरपुर कैलाशपुरी से गिरफ्तार किया। अभियुक्त को कोर्ट में पेश किया गया जिसके बाद कोर्ट ने उसे जेल भेज दिया है।
अपराध का तरीका
पूछताछ में अभियुक्त ने बताया कि हम लोगों को व्हाट्सएप कॉल के माध्यम से बताते हैं कि आपको हमारे द्वारा विदेश से महंगे फ़ोन, कपड़े व अन्य कीमती सामान पार्सल के माध्यम से सस्ते दामों में भेजा जाएगा। जिसका डिलीवरी चार्ज बहुत कम होता है। जिससे लोग लालच में आ जाते हैं और हमें पैसे ट्रांसफर कर देते थे। हम लोगों का माइंड वाश करते हुए उनसे लाखों रुपये गूगल पे, फोन पे व अन्य माध्यमों से अपने बैंक खातों में ट्रांसफर करावाते थे।
अभियुक्त गौरव मल्होत्रा(30) पुत्र अजय मल्होत्रा, निवासी- RZ 81/87, गली नंबर-2, ईस्ट सागरपुर दिल्ली का निवासी है। पुलिस की गिरफ़्तारी टीम में उपनिरीक्षक मुकेश गैरोला,मुख्य आरक्षी नरेंद्र सिंह,आरक्षी चरण सिंह व आरक्षी हरीश कुमार शामिल थे।