उत्तराखंड के 24 साल : गर्भवती महिलाएं जंगलों में प्रसब के लिए मजबूर

ऋषिकेश 08 नवंबर 2024। सड़क की सुविधा नहीं होने के कारण नरेंद्रनगर ब्लॉक के नौडू गांव की महिला का जंगल में ही प्रसव हो गया। गांव की महिलाएं उसे 12 किमी दूर सड़क मार्ग तक पहुंचाने के लिए पल्ली में लिटाकर ले जा रहीं थीं, सड़क से करीब पांच किमी पहले लंबधार के जंगल में ही महिला ने बच्चे काे जन्म दिया। जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ हैं। ग्रामीणों ने कहा कि, सड़क की सुविधा नहीं होने से गांव तक एंबुलेंस नहीं पहुंच पाती है, गर्भवतियों या बीमार लोगों को सड़क तक पहुंचाने के लिए काफी मशक्कत झेलनी पड़ती है।

ग्राम प्रधान नौडूकाटल की सीमा देवी ने बताया कि, बृहस्पतिवार को नौडू गांव निवासी नीलम भंडारी (28) पत्नी गजेंद्र भंडारी को सुबह करीब आठ बजे प्रसव पीड़ा शुरू हुई, परिजनों ने 108 को सूचित किया, लेकिन सड़क सुविधा नहीं होने से एंबुलेंस काटल चौक पर ही खड़ी रही। गांव की महिलाएं गर्भवती को पल्ली में लेटाकर सड़क तक ले जाने लगीं। गांव से करीब पांच किमी दूर लंबधार में महिला को तीव्र प्रसव पीड़ा हुई। आधे रास्ते जंगल में ही महिला का प्रसव हो गया। ग्राम प्रधान ने बताया कि, जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ हैं। नीलम भंडारी का महिला का पति पंजाब के एक होटल में काम करता है।

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