जनता के बीच अब घटने लगा है मोदी का क्रेज
प्रकाश सिंह रावत
लोक सभा चुनाव के बाद अब विधान सभा उपचुनावो मे भी भाजपा को जोर का झटका लगा है, ऐसे अब यही सवाल खड़ा हो रहा है की क्या मोदी की मजबूत लहर बेसर होती जा रही है। जमीनी हकीकत भी यही बया कर रही है जनता के बीच मोदी का क्रेज कम होता जा रहा है। जबकि राजनीति जानकार इसके पीछे भाजपा संगठन की बड़ी लापरवाही को जिम्मेदार मानते है, उनका मानना है प्रधानमंत्री मोदी के क्रेज मे कमी हुई, बल्कि मोदी के नाम जनता से वोट वसूलने की गलत प्रवृत्ति भाजपा को ले डूबेगी।
अगर हम 20214 से अब तक के मोदी सरकार के सफर पर नजर डाले तो, सीधे सीधे सबसे बड़ा अंतर इस साल के लोक सभी चुनावो मे ही दिखा है। जबकि पिछले दो पंचवर्षीय कार्यकाल मे मोदी के नाम पर बम्पर जीत बीजेपी को मिली है। जबकि इस बार के चुनावो मे बीजेपी के पास सबसे बढ़ा मुद्दा अयोध्या मे राम मंदिर निर्माण का होने के बावजूद भी बहुमत पार नही कर पाई, वही फैजाबाद लोक सभा सीट जहां अयोध्या है, उसी सीट से ही बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा, वही उत्तराखंड मे हुए बद्रीनाथ व मंगलौर विधान सभा उपचुनाव मे भी बीजेपी हार गयी। यही वजह है मौका कांग्रेस को मिल गया और कांग्रेस नेताओ ने कह डाला की भगवान श्रीराम ने अयोध्या मे आशीर्वाद दिया और बद्रीनाथ शीट पर भगवान बद्रिविशाल ने अपना आशीर्वाद कांग्रेस को दिया। देखा जाय तो धर्म और हिंदुत्व की राजनीति करने वाली बीजेपी के लिए यह बड़ा झटका है।
राजनीति जानकरो की माने तो मोदी के नाम पर वोट बैंक की राजनीति बीजेपी के लिए अब नुकसानदायक साबित हो रही है। मात्र मोदी नाम से ही अब बीजेपी को वोट मिलने वाले नही, बल्कि मोदी और योगी की तरह जनता के बीच अच्छी छवि रखने वाले लोगो को आगे लाने की जरूरत है, जो मोदी के नाम से ही नही बल्कि अपने व्यवहार और कार्यकुशलता से बीजेपी को जीता सके। जानकारों के मुताबिक मौजूदा राजनीति हालातो को देखते हुए उत्तराखंड राज्य मे 2027 मे होंने वाले विधान सभा चुनावो मे बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है।