क्या जनता की अपेक्षाओं पर खरे उतरेंगे पांचों सांसद ?
देहरादून 04 जून। उत्तराखंड की जनता जनार्दन ने तो अपना फैसला बीजेपी के पक्ष में दे दिया है, सवाल ये है कि जीते हुए नेता उनकी अपेक्षाओं पर कितने खरे उतरते है। 2014 और 2019 के चुनाव में पांचों सीटों पर जनादेश भाजपा के पक्ष में ही गया था। पिछले 10 साल की अगर बात करें तो मोदी लहर से उत्तराखंड के सांसदों को फायदा ही फ़ायद मिला , लेकिन जनता को केवल झुनझुना ही मिला। पिछले सांसदों की अगर बात करें तो आज जो नेता जीते हैं उनमे अगर त्रिवेंद्र सिंह को छोड़ दिया जाय तो कमोवेश चार सांसद वही हैं जो अपनी सांसद निधि तक को नहीं खर्च कर पाए थे। पौड़ी गढ़वाल से नए सांसद पहले राज्य सभा में थे अब लोक सभा में दिखेंगे, उनका रिकॉर्ड भी वही रहा है।