देहरादून। उत्तराखंड सरकार के कार्मिक और सतर्कता विभाग द्वारा जारी की गई अधिसूचना के अनुसार डॉ रवि दत्त गोदियाल को प्रदेश के लोक सेवा आयोग के नए अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौपी गई है। गोदियाल मई २०२० से उत्तराखंड लोक सेवा आयोग में सदस्य हैं। वे आज शाम को ही पदभार ग्रहण कर रहे हैं। उन्होंने गढ़वाल यूनिवर्सिटी से 1995 में डी फिल की उपाधि ग्रहण की , इससे पहले उन्होंने फिजिक्स में M.Sc की थी। गौरतलब है कि पूर्व अध्यक्ष प्रोफेसर जगमोहन सिंह राणा का कार्यकाल 26 अक्टूबर को ख़त्म हो गया था।
उत्तराखंड सरकार के कार्मिक और सतर्कता विभाग द्वारा जारी की गई अधिसूचना में कहा गया है कि भारत का संविधान के अनुच्छेद 316 (1) (1) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए माननीय श्री राज्यपाल, उत्तराखण्ड लोक सेवा आयोग में रिक्त अध्यक्ष पद पर नियुक्त होने वाले व्यक्ति के पदभार ग्रहण करने तक, अध्यक्ष पद के पदीय कर्तव्यों का पालन किये जाने हेतु डॉ० रवि दत्त गोदियाल, सदस्य, उत्तराखण्ड लोक सेवा आयोग को नामित किये जाने की सहर्ष स्वीकृति प्रदान करते हैं।
इसके साथ ही प्रोफेसर जगमोहन सिंह राणा से जुड़ा विवाद स्वतः ही समाप्त हो गया है। गौरतलब है कि मीडिया के एक बर्ग द्वारा इस बात को बढ़ा चढ़ा कर पेश किया गया। लेकिन शायद कम ही लोगों को पता होगा कि प्रोफेसर जगमोहन सिंह ने इस पद के लिए गढ़वाल विश्वविद्यालय की नौकरी तक को दाव पर लगा दिया था, उन्हें आयोग का सदस्य रहते हुए अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ा था।