राकेश चंद्र
देहरादून 07 जून। शनिवार को क्रेस्टेल एविएशन प्राइवेट लिमिटेड के एक हेलीकाप्टर ने अचानक बड़ासू में क्रैश लैंडिंग की ,बताया गया कि हेलीकाप्टर में केदारनाथ के लिए टेकऑफ करते समय तकनीकी खामी आ गई थी व पायटल ने रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड हाईवे पर इमरजेंसी लैंडिंग करा दी। घटना में पायलट के पीठ में चोट आई है, इसके अलावा हेलिकॉप्टर में सवार सभी पांच यात्री सुरक्षित हैं। पायलट को नजदीकी अस्पताल में भर्ती किया गया, जहां उसे प्राथमिक उपचार देने के बाद हायर सेंटर रेफर कर दिया गया है।
शनिवार को दोपहर 1.02 बजे क्रिस्टल कंपनी के हेलिकॉप्टर ने पांच यात्रियों के साथ बडासू हेलिपैड से केदारनाथ के लिए उड़ान भरी। हेलिकॉप्टर हेलिपैड अभी उड़ा ही था कि उसमे तकनीकी खामी आ गई, जिसे भांपते हुए पायलट ने हेलिपैड से ठीक नीचे रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड हाईवे पर इमरजेंसी लैंडिंग करा दी। जिससे हेलिकॉप्टर की टेल क्षतिग्रस्त होकर सड़क पर खड़ी कार पर जा गिरी। साथ ही हेलिकॉप्टर के पंखों के चपेट में आने से दुकान का आगे का हिस्सा भी क्षतिग्रस्त हो गया। संयोग से उस समय हाईवे पर कोई वाहन और राहगीर नहीं गुजर रहा था।
यह पहला अवसर नहीं है जब कोई हेलीकाप्टर इस तरह से क्रैश हुआ हो , बीते कई सालों में उत्तराखंड में हुए इन हादसों से यही बात उभर कर सामने आई है कि खराब मौसम के बावजूद एविएशन कंपनियां बेतरतीब उड़ान भरती हैं। जिससे दुर्घटना की आशंका भी बनी रहती है। मौसम तो छोड़िए ये चारधाम यात्रा में चल रहे उड़नखटोले अपने निश्चित मार्ग पर भी नहीं उड़ रहे हैं। समय और पेट्रोल की बचत के लिए वे शॉर्टकट रास्ते अपना रहे हैं। लेकिन देहरादून में बैठे निठल्ले अधिकारी ये सब देखने के बाद भी आखें मूंदे हुए हैं।
विगत हादसों की लिस्ट
17 मई 2025 को केदारनाथ जा रहा एम्स का हेलीकॉप्टर हेलीपैड से चंद कदमों की दूरी पर ही अचानक क्रैश हो गया था,
13 मई 2025 को बदरीनाथ से श्रद्धालुओं को लेकर वापस लौट रहे हेलीकॉप्टर में अचानक तकनीकी खामी आ गई और वो डगमगाने लगा, पायलट की सूझबूझ से उसकी तत्काल इमरजेंसी लैंडिंग करवाई गई।
8 मई 2025 को ट्रांस एविएशन कंपनी का हेलीकॉप्टर देहरादून से उत्तरकाशी जाते समय क्रैश हो गया था जिसमे 6 लोगों की जान चली गई थी। हेलीकॉप्टर में पायलट समेत 7 लोग सवार थे। इनमें से पायलट और 5 यात्रियों समेत कुल 6 की मौत हो गई थी।
24 मई 2024 को क्रिस्टल एविएशन का हेलीकॉप्टर लिनचोली में मंदाकिनी नदी के पास अचानक से लैंडिंग से पहले ही लहरा गया। पायलट ने किसी तरह हेलीपैड से ही कुछ दूरी पर इमरजेंसी लैंडिंग करायी जिससे 6 लोग बाल-बाल बच गए।
2 अक्टूबर 2023 में गुप्तकाशी से पांच तीर्थयात्रियों को लेकर केदारनाथ जा रहे हेलीकॉप्टर को केदारनाथ पुराने पैदल मार्ग पर इमरजेंसी लैंडिंग करनी पडी ।
23 अप्रैल 2023 को यूकाडा के वित्त महाप्रबंधक अमित सैनी की केदारनाथ धाम में हेलीकॉप्टर की टेल रोटर से कटकर मौत हो गई थी।
18 अक्टूबर 2022 को केदारनाथ से जैसे ही हेलीकॉप्टर ने उड़ान भरी वो कुछ समय बाद गरुड़ चट्टी में क्रैश हो गया। जिसमें पायलट समेत 7 लोगों की जान चली गई।
23 सितंबर 2019 को केदारनाथ धाम में हेलीपैड पर लैंडिंग के वक्त एक हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इस हादसे के समय हेलीकॉप्टर में पायलट समेत 7 लोग सवार थे जिन्हें जिन्हें हल्की चोटें आई थी।
2019 में केदारनाथ में तकनीकी खराबी के कारण हेलीकॉप्टर की इमरजेंसी लैंडिंग करवाई गई।
3 अप्रैल 2018 को सेना का हेलीकॉप्टर बिजली के तार में उलझ कर दो हिस्सों में टूट कर क्रैश हो गया था। गनीमत रही कि हेलीकॉप्टर में सवार सभी लोग सुरक्षित बच गए थे।
10 जून 2017 को बद्रीनाथ धाम में टेक ऑफ करते समय हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया था। जिसमें एक चीफ इंजीनियर की जान चली गई थी।
साल 2016 में टेक ऑफ करते समय हेलीकॉप्टर का दरवाजा अचानक हवा में खुल गया जिसकी वजह से यह हेलीकॉप्टर क्रैश होने से बाल-बाल बच गया था।
24 जुलाई 2013 में ही केदारनाथ में एक हेलीकॉप्टर और क्रैश हुआ जिसमें पायलट और एक इंजीनियर की मौत हो गई थी।
25 जून 2013 में आपदा रेस्क्यू ऑपरेशन में लगे वायु सेना का एमआई-17 हेलीकॉप्टर खराब मौसम के चलते हादसे का शिकार हो गया। इस भीषण हादसे में पायलट, को पायलट, जवानों सहित लगभग 20 लोगों की मौत हो गई थी।
21 जून 2013 को ही गरुड़चट्टी के पास पहाड़ पर एक प्राइवेट हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया था। जिसमें पायलट समेत दो लोगों की मौत हो गई थी। यहां पर अचानक विजिबिलिटी शून्य हो गई और हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया था।
2013 में केदारनाथ में आई आपदा में राहत कार्य में जुटे हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था जिसमें एक पायलट की मौत हो गयी थी।