1488 सरकारी स्कूलों को बंद करने की धन सिंह की मंशा कभी पूरी नहीं होगी : सूर्यकांत धस्माना

उत्तराखंड में सरकारी शिक्षा व्यवस्था को बर्बाद करने की भाजपा सरकार की साजिश

देहरादून: प्रदेश की भाजपा सरकार उत्तराखंड में सरकारी शिक्षा व्यवस्था को बर्बाद करने पर तुली हुई है, यह आरोप प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष संगठन सूर्यकांत धस्माना ने धामी सरकार पर लगाते हुए हमला बोला। प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में पत्रकारों से बातचीत करते हुए धस्माना ने कहा कि आने वाले दिनों में प्रदेश की भाजपा सरकार प्रदेश में चल रहे चौदह सौ अट्ठासी हाई स्कूल व इंटर कालेजों को बंद करने जा रही है। धस्माना ने कहा कि राज्य का शिक्षा विभाग यह तय कर चुका है कि इन 1488 स्कूलों को क्लस्टर विद्यालय स्थापित कर आस पास के तीस किलोमीटर के दायरे में पढ़ने वाले स्कूलों को बंद कर क्लस्टर विद्यालय में मर्ज कर देगी जिसके बहुत खराब दूरगामी दुष्परिणाम प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था में पड़ेंगे।

केंद्र की भाजपा सरकार भी संसद में पहले ही कह चुकी है कि उत्तराखंड में वर्ष 2014 से 2024 के बीच 1552 स्कूल पहले ही बंद हो चुके हैं , ऐसे में अगर उत्तराखंड सरकार 1488 स्कूलों को बंद करने की सोच रही हैं तो कांग्रेस इसका पुरजोर विरोध करेगी।

धस्माना ने कहा कि आखिर जो विद्यालय बंद या मर्ज करने के लिए चिन्हित किये गए हैं उनका मानक क्या है, क्योंकि दूरी का जहां तक सवाल है तो उसमें पर्वतीय क्षेत्रों में क्लस्टर स्कूल से 30 किलोमीटर दूर के स्कूल को बंद करने का प्रस्ताव शिक्षा विभाग ने बनाया है। उन्होंने कहा कि पर्वतीय क्षेत्रों में 30कि.मी. की दूरी मायने रखती है, उन्होंने इस बात पर भी आश्चर्य जाहिर किया कि जिन स्कूलों में 1100 छात्र है उन स्कूलों को भी बंद करने हेतु सूचीबद्ध किए गया है।

उन्होंने कहा कि आखिर यह कैसी नीति है, जिसमें 0 मी. से 30 km तक के विद्यालय बंद करने की सिफारिश इस प्रस्ताव में है। धस्माना ने कहा कि प्रदेश में स्कूल खुले हुए तीन महीने हो गए है और शिक्षा विभाग अभी तक बच्चों के लिए स्कूलों में पुस्तके नहीं भिजवा पाया है, और घटती छात्र संख्या को आधार बना कर स्कूलों को बंद करने का प्रस्ताव तैयार कर लिया गया। उन्होंने कहा कि जनपदवार प्रदेश भर के बनाए गए क्लस्टर स्कूलों और उससे आच्छादित विद्यालयों पर नजर डालें तो बहुत बड़ी साजिश लगती है। उन्होंने कहा कि जनपद वार क्लस्टर स्कूल जिनको समायोजित करने का प्रस्ताव है उसमें

क्लस्टर समायोजित

रुद्रप्रयाग   21              56
अल्मोड़ा    67           183
बागेश्वर     30              46
चंपावत     23              73
नैनीताल    53            125
पिथौरागढ़ 56            138
यू एस नगर 22             99
देहरादून    43             85
हरिद्वार      15              75
पौड़ी         79            215
टिहरी       78             181
उत्तरकाशी 30            90
चमोली      34          122
कुल      559            1488

धस्माना ने कहा कि ये आंकड़े सरकारी सूची के अनुसार हैरान करने वाले हैं कई जनपदों में 1 जुलाई 25 से क्लस्टर स्कूलों से आच्छादित विद्यालयों को एक साथ संचालित करने के आदेश भी हो गए हैं यानि ये स्कूल बंद करने का फरमान जारी हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि जब 1488 स्कूल बंद होंगे तो इतने प्रिंसिपल, मिनिस्ट्रियल कर्मी, चतुर्थ श्रेणी कर्मी के पद समाप्त होंगे। यदि 1488 स्कूलों में कार्यरत शिक्षकों का औसत प्रति स्कूल 10 भी लगाया जाए तो पंद्रह हजार पद समाप्त होंगे। उन्होंने कहा कि ये बड़ा षडयंत्र है जब 1488 स्कूल बंद होंगे तो बंद हुए स्कूलों के स्थान पर प्राइवेट स्कूल खुलेंगे जो पर्दे के पीछे असली खेल चल रहा है उन्होंने कहा कि पहले भी भाजपा सरकार ने बंद हुए विद्यालयों को विद्या मंदिर या विद्या भारती को हस्तांतरित करने का आदेश किया था जो कांग्रेस व जनता के दबाव में वापिस लेना पड़ा।

धस्माना ने कहा कि अब भाजपा सरकार बड़ी तैयारी के साथ इस खेल को कर रही है और कम छात्र संख्या व भारी भरकम शिक्षा बजट को बहाना बना कर राज्य में सरकारी शिक्षा का बंटाधार करने जा रही है जिसका कांग्रेस पुरजोर विरोध करेगी। श्री धस्माना ने कहा कि प्रदेश के शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत आरएसएस का एजेंडा चला कर प्राथमिक से लेकर माध्यमिक व उच्च शिक्षा तक सरकारी व्यवस्था को समाप्त कर निजी शिक्षण संस्थानों व निजी विश्वविद्यालयों को लाभ पहुंचाने व शिक्षा का पूरी तरह से निजीकरण करने का काम कर रहे हैं। धस्माना ने कहा कि कांग्रेस भाजपा की इस मंशा को पूरा नहीं होने देगी।

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