संसद से 92 सांसद निलंबित: लोकसभा के बाद राज्यसभा से भी 34 विपक्षी सांसद सस्पेंड
नई दिल्ली 18 दिसंबर। संसद की सुरक्षा में हुई चूक को लेकर विपक्षी दल लगातार प्रधानमंत्री के बयांन की मांग कर रहे हैं। सोमवार को सत्र के 11वें दिन दोनों सदनों से 78 सांसद सस्पेंड कर दिए गए। निलंबित सांसदों में कांग्रेस के जयराम रमेश, रणदीप सुरजेवाला और केसी वेणुगोपाल सहित कई वरिष्ठ राज्यसभा सांसद शामिल हैं।
आज संसद में सुरक्षा चूक के मसले पर लोकसभा और राज्य सभा में हंगामा हुआ। हंगामे के बीच लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने 33 सांसदों को सस्पेंड कर दिया। इनमें नेता अधीर रंजन चौधरी समेत कांग्रेस के 11 सांसद, तृणमूल कांग्रेस के 9, डीएमके के 9 और 4 अन्य दलों के सांसद शामिल हैं। इससे पहले 14 दिसंबर को लोकसभा से 13 सांसद निलंबित किए गए थे। इनमें कांग्रेस के 9, CPI (M) के 2, DMK और CPI के एक-एक सांसद थे।
लोक सभा के बाद राज्यसभा में भी हंगामा हुआ। इसके चलते सभापति जगदीप धनखड़ ने 45 विपक्षी सांसदों को पूरे सत्र के लिए (22 दिसंबर तक) निलंबित कर दिया। इनके अलावा राज्यसभा सांसद डेरेक ओ’ब्रायन को भी 14 दिसंबर को सस्पेंड किया गया था। शीतकालीन सत्र से अब तक कुल मिलाकर 92 सांसदों को सस्पेंड किया जा चुका है।
राज्यसभा में सांसदों की संख्या 245 है। इसमें भाजपा और उसके सहयोगी दलों के 105, I.N.D.I.A के 64 और अन्य 76 हैं। इनमें से विपक्ष के 46 सांसद पूरे सेशन के लिए सस्पेंड कर दिया गया है।
वहीं, लोकसभा में इस समय सांसदों की संख्या 538 है। इसमें NDA के 329, I.N.D.I.A के 142 और अन्य दलों के 67 सांसद हैं। इनमें से 46 सांसद पूरे सत्र के लिए सस्पेंड हो चुके हैं। संसद से एक दिन में इतनी बड़ी संख्या में सदस्यों का निलंबन पहली बार हुआ है।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने लिखा