देहरादून 07 मार्च। गुरुवार को देहरादून के बन्नू ग्राउंड में भाजपा द्वारा आयोजित नारी शक्ति वंदन कार्यक्रम में भारतीय जनता पार्टी और खासकर के मुख्यमंत्री की भारी किरकिरी हुई, उत्तराखंड कांग्रेस की मुख्य प्रवक्ता गरिमा मेहरा दसौनी ने कहा कि आज बन्नू ग्राउंड का दृश्य देखकर साबित हो गया है कि भारतीय जनता पार्टी जनता के बीच में अपना विश्वास खो चुकी है। , चुनावी बेला में भारतीय जनता पार्टी को मातृशक्ति बहुत याद आ रही है। उत्तराखंड के प्रत्येक जिले में नारी शक्ति वंदन कार्यक्रम चल रहे हैं ,महिला मोर्चा हो या भारतीय जनता पार्टी के बाकी फ्रंटल संगठन सभी महिलाओं को लुभाने और रिझाने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा रहे हैं परंतु उत्तराखंड की जनता भारतीय जनता पार्टी के चाल चरित्र चेहरे को पहचान चुकी है।
दसौनी ने कहा कि उत्तराखंड की मातृशक्ति जान चुकी है कि भारतीय जनता पार्टी के हाथी के दांत खाने के और हैं और दिखाने के और। उन्होंने कहा कि आज भारतीय जनता पार्टी दुष्कर्मियों और पापियों की शरण स्थली बन चुकी है। उत्तराखंड में हो रहे ज्यादातर अपराधों में भारतीय जनता पार्टी के ही कार्यकर्ता या नेता संलिप्त पाए जा रहे हैं और भारतीय जनता पार्टी की सरकार उन्हें बचाने का भरसक प्रयास भी कर रही है। दसौनी ने कहा कि यदि भारतीय जनता पार्टी महिलाओं का सम्मान करती और उनके प्रति संवेदनशील होती तो आज अंकिता भंडारी के रोते बिलखते माता-पिता अनिश्चितकालीन धरने पर ना बैठे होते। दसोनी ने कहा कि यदि भारतीय जनता पार्टी की नीति और नियत में खोट ना होता और वह सही में महिला सशक्तिकरण और उत्थान की सोचती तो आज महिला अपराध में उत्तराखंड 9 हिमालयी राज्यों में सर्वोपरि नहीं पहुंचा होता, बीते वर्ष 907 बलात्कार और 778 महिलाओं के अपहरण भारतीय जनता पार्टी की कहानी बताने के लिए काफी है ।
दसौनी ने कहा कि भाजपा महिला वोटरों को लोकसभा चुनाव में लुभाने की कोशिश भले ही कितनी कर ले लेकिन उत्तराखंड की जनता यह जान चुकी है की एक बच्ची जिसकी निर्मम हत्या भारतीय जनता पार्टी के ही नेतापुत्र द्वारा की गई उस बच्ची को आज तक न्याय नहीं मिल पाया है और तो और साक्ष्य सबूत मिटा दिए गए, पुलिस प्रशासन को दबाव में लेने का काम किया गया ।
उन्होंने कहा कि इतना ही नहीं आज तक उत्तराखंड भाजपा के द्वारा महिला पहलवान के उत्पीड़न पर और ना ही मणिपुर की मातृ शक्ति पर कोई बयान आया ।ऐसे में आज बन्नू स्कूल ग्राउंड देहरादून में मुख्यमंत्री के भाषणों के दौरान जिस तरह से भारी संख्या में महिलाएं उठकर जाने लगी और दूर दूर तक दो तिहाई मैदान खाली कुर्सियां से पटा दिखा पुलिस प्रशासन के भरसक प्रयासों के बावजूद भी जनता रुकने को तैयार न हुई और बन्नू स्कूल के गेट पर ही एक व्यक्ति को पैसे बांटते हुए देखा गया उससे यह निश्चित तौर पर कहा जा सकता है कि आने वाला चुनाव भारतीय जनता पार्टी के लिए आसान नहीं होने वाला है और उत्तराखंड की महिलाओं ने 7 साल से सत्ता पर काबिज भाजपा को सबक सिखाने का मन बना लिया है।