रुद्रप्रयाग/ चमोली 15 मई। चारधाम यात्रा के लिए तीन धामों के कपाट 10 मई को जनता के लिए खोले गए थे। चार धाम यात्रा 10 मई से शुरू हुई थी है। 10 मई को केदारनाथ के कपाट सुबह 6:55 बजे और यमुनोत्री के कपाट सुबह 10:29 बजे खोले गए। दोपहर 12:25 बजे गंगोत्री धाम के कपाट खोले गए। जबकि बद्रीनाथ मंदिर के कपाट 12 मई को खोले गए । इस दौरान महज 5 दिनों में अलग अलग स्थानों पर 11 तीर्थयात्रियों की मौत हो चुकी है। मरने वाले तीर्थयात्रियों में 4 को डायबिटीज के साथ-साथ ब्लड प्रेशर की भी शिकायत थी।
पिछले साल 2023 की चारधाम यात्रा के दौरान लगभग 200 श्रद्धालुओं की मौत हुई थी. सरकार द्वारा यात्रा ख़त्म होने के बाद जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार केदारनाथ में 96, यमुनोत्री धाम में 34, गंगोत्री धाम में 29, बद्रीनाथ धाम में 33 और हेमकुंड साहिब में 7 और गौमुख ट्रेक में 1 की मौत हुई थी.जबकि 2022 में इससे ज्यादा श्रद्धालुओं की मौत हुई थी। 2022 में चारधाम यात्रा के दौरान 232 श्रद्धालुओं की मौत हुई थी। केदारनाथ धाम में 111, बद्रीनाथ धाम में 58, हेमकुंड साहिब में 4, गंगोत्री में 15 और यमुनोत्री धाम में 44 लोगों की मौत हुई थी. इससे पहले 2021 में कुल 300 श्रद्धालुओं की मौत हुई थी ।