जानिए कैसे ईडी – सीबीआई और इनकम टैक्स भाजपा के लिए चंदा वसूली गैंग के तौर पर काम करते हैं।
1. फ्यूचर गेमिंग एंड होटल सर्विस – 2019 में, ईडी ने मार्टिन के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग जांच शुरू की, आरोप था, बिना बिके लॉटरी टिकटों को अवैध रूप में अपने पास रखा और 910 करोड़ रुपये के टॉप प्राइज हासिल करने के लिए बिना बिके टिकटों पर शीर्ष पुरस्कार का दावा करने के लिए आपराधिक साजिश रचने का मामला।
रिजल्ट – चुनावी बॉन्ड के जरिये भाजपा को 1,368 करोड़ का चंदा मिला।
2. मेघा इंजीनियरिंग – अक्टूबर 2019 में आयकर विभाग ने कंपनी के दफ्तरों पर छापेमारी की थी, इसके बाद प्रवर्तन निदेशालय की ओर से भी जांच शुरू की गई।
रिजल्ट – चुनावी बॉन्ड के जरिये भाजपा को 966 करोड़ का चंदा मिला।
3. वेदांता समूह – ईडी ने 2018 के एक मामले में समूह के खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला दर्ज किया था, जिसके बाद ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग जांच शुरू की थी।
रिजल्ट – चुनावी बॉन्ड के जरिये भाजपा को 400 करोड़ का चंदा मिला।
4. हल्दिया एनर्जी लिमिटेड – मार्च 2020 में इसे केंद्रीय जांच ब्यूरो की कार्रवाई का सामना करना पड़ा था।
रिजल्ट – चुनावी बॉन्ड के जरिये भाजपा को मिला 377 करोड़ रुपये का चंदा।
5. यशोदा सुपर स्पेशलिटी अस्पताल – ग्रुप पर दिसंबर 2020 में इनकम टैक्स के छापे पड़े।
रिजल्ट – चुनावी बॉन्ड के जरिये भाजपा को 162 करोड़ मिले।
6. डीएलएफ कमर्शियल डेवलपर्स लिमिटेड – सीबीआई ने ग्रुप पर जमीन घोटाले के मामले में जनवरी 2019 में छापे मारे, इसके बाद 2023 में ईडी के छापे पड़े।
रिजल्ट – चुनावी बॉन्ड के जरिये भाजपा को 130 करोड़ मिले।
7. जिंदल स्टील एंड पावर लिमिटेड – अप्रैल 2022 में ईडी ने छापे मारे।
रिजल्ट – चुनावी बॉन्ड के जरिये भाजपा को 123 करोड़ मिले।
8. चेन्नई ग्रीनवुड्स प्राइवेट लिमिटेड – जुलाई 2021 में इनकम टैक्स के छापे पड़े।
रिजल्ट – चुनावी बॉन्ड के जरिये भाजपा को 105 करोड़ मिले।
9. डॉक्टर रेड्डीज लैबोरेटरीज लिमिटेड – नवंबर 2023 में इनकम टैक्स के छापे पड़े।
रिजल्ट – चुनावी बॉन्ड के जरिये भाजपा को 80 करोड़ मिले।
10. एनसीसी लिमिटेड – नवंबर 2022 में इनकम टैक्स के छापे पड़े।
रिजल्ट – चुनावी बॉन्ड के जरिये भाजपा को 60 करोड़ मिले।
11. डिवि एस लेबोरेटरी लिमिटेड – 2019 में कंपनी के खिलाफ इनकम टैक्स ने जांच शुरू करी।
रिजल्ट – चुनावी बॉन्ड के जरिये भाजपा को 55 करोड़ मिले।
12. यूनाइटेड फॉस्फोरस इंडिया लिमिटेड – जनवरी 2020 में इनकम टेक्स के छापे पड़े।
रिजल्ट – चुनावी बॉन्ड के जरिये भाजपा को 50 करोड़ मिले।