सतपुली। उत्तराखंड में गुलदार का संकट ख़त्म होने का नाम ही नहीं ले रहा है , ताजा मामला द्वारीखाल के अंतर्गत ग्राम ठांगर से आया है, जहाँ ग्राम ठांगर निवासी मोहन सिंह का सात वर्षीय बेटा कार्तिक गांव के ही प्राथमिक विद्यालय में कक्षा एक में पढाई करता है । अन्य दिनों की भांति कार्तिक सुबह करीब सात बजे अपनी छोटी बहन चार वर्षीय माही के साथ जैसे ही घर से बाहर निकला तभी घर के कोने में घात लगाए बैठे पर गुलदार ने उसपर हमला कर दिया।
तभी कार्तिक पर झपटे गुलदार पर उसके ताऊ की नजर पडी और उन्होंने जैसे ही गुलदार ने बच्चे पर हमला किया, वैसे ही छत छलांग लगाते हुए गुलदार से भिड़ गए, जिससे गुलदार बच्चे को छोड़ जंगल की ओर भाग गया। घायल कार्तिक को पहले सतपुली के राजकीय चिकित्सालय में प्राथमिक उपचार के लिए ले जाया गया जहाँ से उसे एम्स ऋषिकेश को रेफर किया गया है।
गुलदार के हमले से क्षेत्र में दहशत का माहौल बना हुआ है। क्षेत्र के लोगों ने वन विभाग से गुलदार को पिंजरा लगाकर पकड़ने की मांग की है। क्षेत्र के लोगों का आरोप है कि वन विभाग गुलदार को पकड़ कर एक जगह से दूसरी जगह छोड़ देते हैं, जिससे गुलदार जगह-जगह आत्मघाती हमला कर देते हैं। कार्तिक के पिता मोहन सिंह अपनी दैनिक दिनचर्या से मजदूरी कर परिवार का भरण पोषण करते हैं। वह घर पर नहीं थे। मोहन सिंह का शौचालय नहीं है वह शौच के लिए घर से बाहर जाते हैं।