प्रदेश में बाघ और गुलदारों का आतंक
नैनीडांडा 04 अक्टूबर। मंगलवार को नैनीडांडा के हल्दूखाल क्षेत्र के गुणिया गांव में घास काट रही महिला बिगारी देवी (46) पत्नी स्व. सुरजीत सिंह पर बाघ ने हमला करके उसे अपना निवाला बना लिया। घटना गढ़वाल वन प्रभाग के दीवा रेंज के अंतर्गत हुई है। गांव वालों के अनुसार बिगारी देवी दिन में गांव से करीब आधा किमी दूर खेतों में घास काटने गई थी लेकिन शाम तक नहीं लौटी। देर तक घर न पहुंचने पर परिजनों और ग्रामीणों ने उसकी खोज शुरू की तो झाड़ियों में उसका का शव पड़ा दिखा।
मंगलवार देर शाम को महिला का शव झाड़ियों से निकल लिया गया है। इस घटना को लेकर ग्रामीणों में आक्रोश है। ग्रामीणों का कहना है कि नैनीडांडा में आए दिन बाघ का आतंक है जिससे लोगों का सामान्य जनजीवन जीना मुहाल हो गया है। नैनीडांडा के पूर्व कनिष्ठ उपप्रमुख संजय गौड़ ने बताया कि यह क्षेत्र कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के जंगलों से सटा बाघ प्रभावित क्षेत्र हैं। यहां बाघ की मौजूदगी लगातार देखी जा सकती है। गौरतलब है कि पिछले महीनों रिखणीखाल और नैनीडांडा क्षेत्र में कॉर्बेट के बाघों की वजह से दहशत फैली थी। कुछ गांवों में बाघ के डर से कर्फ्यू तक लगाना पड़ा था।
प्रदेश में बाघों के हमले में अभी तक कुल 80 मौतें हुई हैं और 117 लोग बाघ के हमलों में घायल हुए हैं। पिछले साल 2022 में ही 16 मौतें बाघ के हमले के कारण हुई थी। साल 2000 से लेकर 21 अप्रैल 2023 तक अकेले गुलदार के हमले में ही 501 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। जबकि इसके एक तिहाई से अधिक लोग (1,698) गुलदार के हमले में जख्मी हो चुके हैं। गुलदार के हमले में साल 2003 सर्वाधिक मौतें 33 (दो माह में औसतन पांच) दर्ज हैं। जबकि साल 2017 में 9 मौत गुलदार के हमले में हुई हैं।