नरेंद्र मोदी पर बरसे सुब्रमण्यम स्वामी, बाइडन को लेकर मुगालते में न रहे सरकार

जिनपिंग से 18 बार वन टू वन मीट, मोदी ने फिर भी गंवा दी अपनी जमीन, बीजेपी नेता बोले- बाइडन से वार्ता का भी होगा वही हश्र

नई दिल्ली ११ सितम्बर। बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी एक बार पीएम मोदी और बाइडन पर बरसे हैं , उन्होंने पीएम मोदी को सलाह दी हैं कि वे जिनपिंग से 18 बार मिले आखिर क्या हुआ, उन्होंने संदेह व्यक्त क्या है कि अमेरिका भी कुछ कुछ ऐसा ही करने वाला है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के बीच हुई वन टू वन मीटिंग को लेकर बीजेपी के पूर्व सांसद का कहना है कि सरकार मुगालते में है। इस वार्ता से देश को कुछ हासिल नहीं होने जा रहा। सरकार जिस तरह से इस मीटिंग को अपनी कामयाबी के तौर पर प्रचारित कर रही है वो केवल उनका ख्याली पुलाव है। अमेरिका भी चीन की तरह रवैया दिखाएगा।

सुब्रमण्यम स्वामी ने सरकार पर हमलावर होकर कहा कि चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से प्रधानमंत्री मोदी की 18 बार वन टू वन मीटिंग हुई थीं। सरकार की तरफ से उन सभी बैठकों को अपनी कामयाबी और वर्ल्ड डिप्लोमेसी में सफलता का तौर पर दर्शाया गया था। लेकिन हुआ क्या ये किसी को बताने की जरूरत नहीं है। चीन ने 18 बार की बैठकों में हुई तमाम बातचीत को नजरंदाज करते हुए हमारी 4066 वर्ग किमी जमीन दबा ली।

बीजेपी नेता का कहना है कि सरकार मान रही है कि जो बाइडन के साथ हुई पीएम मोदी की वन टू वन बातचीत कुछ नया रंग दिखाएगी। लेकिन उनको लगता है कि ऐसा कुछ नहीं होने जा रहा। अमेरिका वही करेगा जो उसे अच्छा लगता है। बाइडन मोदी से हुई बातचीत में कुछ वैसा ही रवैया दिखा सकते हैं जो जिनपिंग दिखा चुके हैं। बीजेपी के पूर्व सांसद का मानना है कि बाइडन भारत के लिए कुछ नहीं करने वाले हैं।

उन्होंने कहा कि लद्दाख में भारत और चीन की फौजें 2020 में एक दूसरे के आमने सामने आ गई थीं। उस दौरान खूनी संघर्ष हुआ। उसमें भारत के 20 सैनिक मारे गए। PLA को भी क्षति उठानी पड़ी। लेकिन सुब्रमण्यम स्वामी दावा करते हैं कि चीन ने भारत की 4066 वर्ग किमी जमीन कब्जे में ले ली। चीन ने एक बार भी ख्याल नहीं किया कि मोदी से जिनपिंग की 18 बार वन टू वन बातचीत हो चुकी है। वो केवल अपना हित देख रहा था। हालांकि सरकार की तरफ से ये बात कभी भी नहीं कही गई कि चीन ने उसकी जमीन पर कब्जा किया है। मोदी कह चुके हैं कि कहीं कोई आया नहीं…।

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