ऋषिकेश एम्स में घोटाले में सीबीआई का शिकंजा, आठ पर केस; प्रोफेसर से की घंटों पूछताछ

सीबीआई ने 6.57 करोड़ रुपये से अधिक के चिकित्सा उपकरणों की गलत खरीद के संबंध में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स), ऋषिकेश में सात लोगों के खिलाफ नामजद और एक अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया है। बुधवार को सीबीआई की टीम ने वेसल सीलिंग मशीन खरीद घोटाले में केस किया। एम्स में वेसल सीलिंग मशीन खरीद में हुई धांधली के मामले में सीबीआई जांच कर रही है। इस टीम ने आवासीय परिसर में रह रहे प्रोफेसर से करीब पांच घंटे तक पूछताछ भी की। सीबीआई ने विभिन्न राज्यों में सात लोगों के यहां एक साथ सर्च अभियान चलाया है

यह मामला वेसल सीलिंग मशीन खरीद घोटाले का है। एम्स में वेसल सीलिंग मशीन खरीद में हुई धांधली के मामले में सीबीआई जांच कर रही है। एजेंसी की टीम ने आवासीय परिसर में रह रहे प्रोफेसर से करीब पांच घंटे तक पूछताछ भी की। सीबीआई ने विभिन्न राज्यों में सात लोगों के यहां एक साथ सर्च अभियान चलाया है। सीबीआई की सात सदस्यीय टीम बुधवार को एम्स परिसर स्थित एक प्रोफेसर के आवास पर पहुंची।

वेसल सीलिंग मशीन खरीद में धांधली के मामले में बीती 31 मार्च को सीबीआई जांच के बाद दस्तावेज अपने साथ ले गई थी। जिस कमेटी के माध्यम से खरीद प्रक्रिया पूरी कराई गई, उसमें गड़बड़ी पाई गई। इसमें करीब 2.41 करोड़ की गड़बड़ी मिली है। जांच में यह भी सामने आया कि एक अन्य कंपनी इसी मशीन को काफी कम दाम पर उपलब्ध करा रही थी, लेकिन क्रय समिति ने महंगे दामों पर मशीन की खरीद कर डाली।

खास बात यह है कि सात मशीनें बिना टेंडर के ही ऐसी कंपनी से खरीदी गई। एम्स के कानूनी सलाहकार प्रदीप पांडेय ने सात लोगों के खिलाफ नामजद एवं एक अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज होने की पुष्टि की है। सीबीआई की प्राथमिक सूचना रिपोर्ट में दर्ज अभियुक्त निखिल गुप्ता बिहार सरकार के पूर्व पर्यटन मंत्री के विरुद्ध पूर्व में भी एम्स प्रशासन की ओर ऋषिकेश कोतवाली में एक एफआईआर दर्ज है। सीबीआई की टीम ने जब विस्थापित क्षेत्र स्थित आवास पर सर्च अभियान चलाया तो वह बाथरूम के अंदर मिले।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *