चेस वर्ल्ड कप 2023 फाइनल में भारत के ग्रैंडमास्टर रमेशबाबू प्रज्ञानानंद को हार का सामना करना पड़ा है। इस हार के बावजूद उन्होंने इतिहास रच दिया। वे भारत के दूसरे ऐसे खिलाड़ी हैं, जिन्होंने FIDE वर्ल्ड कप का फाइनल खेला है। यहां तक कि उन्होंने नॉर्वे के 34 वर्षीय मैग्नस कार्लसन को दो दिन तक कड़ी टक्कर दी। हालांकि, तीसरे दिन टाईब्रेकर के पहले दौर में ही प्रज्ञानानंद को हार का सामना करना पड़ा। 25-25 मिनट के पहले दोनों राउंड में प्रज्ञानानंद को हार मिली।
वर्ल्ड कप फाइनल हारने के बावजूद प्रज्ञानानंद को मोटी रकम इनाम के तौर पर मिलने वाली है। वहीं, दुनिया के नंबर वन चेस प्लेयर मैग्नस कार्लसन को पहली बार ये खिताब जीतने का मौका मिला है। 18 साल के प्रज्ञानानंद को 80 हजार यूएस डॉलर (करीब 66 लाख रुपये) इनाम के रूप में मिलेंगे, क्योंकि वे इस प्रतियोगिता में उपविजेता था। वहीं, खिताबी जीत हासिल करने वाले मैग्नस कार्लसन को 110 हजार यूएस डॉलर (करीब 91 लाख रुपये) मिलने वाले हैं।
भारत के वे दूसरे ऐसे खिलाड़ी हैं, जिन्होंने चेस वर्ल्ड कप के फाइनल में प्रवेश किया था। विश्वनाथन आनंद के बाद वे भारत की तरफ से विश्व कप खेलने में सफल हुए। अच्छी बात ये थी कि पहले दो दिन प्रज्ञानानंद ने अपने प्रतिद्वंदी और खेल के दिग्गज मैग्नस कार्लसन को कड़ी टक्कर दी और 1-1 से मैच ड्रॉ रहा। हालांकि, तीसरे दिन उनको लगातार दो टाई ब्रेकर राउंड के मैचों में हार का सामना करना पड़ा और उनका वर्ल्ड कप जीतने का सपना टूट गया। 4