राज्य में 63% ओबीसी
पटना 02 अक्टूबर। बिहार सरकार ने सोमवार को गांधी जयंती के मौके पर जातीय आधारित जनगणना की रिपोर्ट जारी कर दी है। रिपोर्ट में दिलचस्प आंकड़ा सामने आया है कि बिहार में जिन 215 जातियों की गणना हुई उनमें 190 जातियां इस श्रेणी की हैं जिनकी आबादी एक प्रतिशत भी नहीं। नीतीश कुमार सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट जाति आधारित जनगणना की रिपोर्ट में यह बात आयी है। बिहार में सामान्य वर्ग के लोगों की आबादी 15 प्रतिशत है। पिछड़ा वर्ग की आबादी 27 प्रतिशत से ज्यादा है, जबकि अनुसूचित जाति की आबादी करीब 20 फीसदी है। नीतीश कुमार सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट जाति आधारित जनगणना की रिपोर्ट में यह बात आयी है। सोमवार को बिहार सरकार के प्रभारी मुख्य सचिव विवेक सिंह ने प्रेस कांफ्रेंस कर आंकड़ों की पुस्तिका जारी की।
इसके अलावा बिहार में लगभग 82% हिंदू हैं। मुस्लिम धर्म के मानने वालों की संख्या 17.7% है। जबकि ईसाई, सिख बौद्ध जैन या अन्य धर्म मानने वालों की संख्या 1% से भी कम है। राज्य में 3.6 फीसदी ब्राह्मण, 3.45 फीसदी राजपूत, 2.89 फीसदी भूमिहार, 0.60 फीसदी कायस्थ, 14.26 फीसदी यादव, 2.87 फीसदी कुर्मी, 2.81 फीसदी तेली, 3.08 फीसदी मुसहर, 0.68 फीसदी सोनार हैं।
जानिए, किस वर्ग की कितनी आबादी
सामान्य वर्ग – 15.52%
पिछड़ा वर्ग- 27.12%
ओबीसी – 36.1%
अनूसूचित जाति- 19.65%
अनूसचित जनजाति – 1.68%
जानिए, किस जाति की कितनी आबादी
यादव – 14.26%
रविदास- 5.25%
दुसाध-5.31%
कोइरी- 4.21%
ब्राह्मण- 3.67%
राजपूत- 3.45%
मुसहर- 3.08%
भूमिहार- 2.89%
कुरमी- 2.87%
तेली- 2.81%
बनिया-2.31%
कानू-2.21%
चंद्रवंशी-1.64%
कुम्हार-1.40%
सोनार-0.68%
कायस्थ – 0.60%