प्रकाश सिंह रावत
अगले छः मास के लिए बाबा केदार के दर्शन ओंकारेश्वर मन्दिर ऊखीमठ में किये जा सकेंगे।
रुद्रप्रयाग 15 नवम्बर। बुधवार को सुबह 8ः30 बजे बाबा केदारनाथ के कपाट पूर्व परम्परानुसार शीतकाल के लिए बन्द हो गये हैं। भारतीय सेना के बैण्ड की मधुर ध्वनि व श्रद्धालुओं के कण्ठ से भोले के जयकारों के बीच विधि विधान व वैदिक मंत्रोच्चार के साथ कपाट बन्द होने की प्रक्रिया प्रचलित हुई। निर्धारित परम्पराओं व पूजा अर्चना के उपरान्त बाबा की डोली ने केदारनाथ धाम से अपने निर्धारित पड़ाव रामपुर के लिए प्रस्थान कर लिया है। डोली का आज रात्रि प्रवास रामपुर में रहेगा।
16 नवम्बर को बाबा केदार की उत्सव डोली रामपुर से प्रातःकाल प्रस्थान कर फाटा, नारायणकोटि होते हुए रात्रि विश्राम हेतु श्री विश्वनाथ मन्दिर गुप्तकाशी पहुंचेगी। 17 नवम्बर 2023 को श्री केदारनाथ जी की उत्सव डोली प्रातः काल श्री विश्वनाथ मन्दिर गुप्तकाशी से प्रस्थान कर लगभग 11ः00 बजे पंच केदार गद्दी स्थल श्री ओंकारेश्वर मन्दिर ऊखीमठ में प्रवेश करेगी तथा पूर्व परम्परानुसार अपने गद्दी स्थल पर विराजमान रहेंगे। इस वर्ष की केदारनाथ धाम यात्रा में तकरीबन साढ़े 19 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने बाबा केदार के दर्शन किये गये हैं।
आज कपाट बन्द होने के अवसर पर बीकेटीसी अध्यक्ष अजेन्द्र अजय, मुख्य कार्याधिकारी बीकेटीसी योगेन्द्र सिंह, पुलिस उपाधीक्षक गुप्तकाशी विमल रावत, चौकी प्रभारी केदारनाथ मंजुल रावत सहित बीकेटीसी के पदाधिकारीगण, प्रशासनिक अधिकारी व चौकी केदारनाथ में नियुक्त पुलिस बल व कपाट बन्द होने के समय मौजूद श्रद्धालुगण उपस्थित रहे।