देहरादून 20 सितम्बर। विगत मंगलवार को मालदेवता, सहस्रधारा, परवल समेत कई इलाकों में बादल फटने के बाद से अब तक कुल ३० लोगों की मौत हो चुकी हैं व १० लोग अभी भी लापता हैं। सबसे ज्यादा लोग परवल में मरे हैं जहां से लापता हुए 14 लोगों में से 12 लोगों के शव बरामद हो चुके हैं। दो की अब भी तलाश जारी है। दूसरी घटना फुलेत गांव में हुई, वहां छह लोगों के सैलाब में बहने की सूचना मिली थी। इन छह लोगों में से अब तक तीन लोगों के शव बरामद हो चुके हैं। लापता लोगों को तलाशने के लिए एसडीआरएफ और एनडीआरएफ मोर्चा संभाले हुए हैं। अभी तक कुल 10 लोग लापता हैं। मालदेवता क्षेत्र में कच्ची सड़क बनाकर यहां से आपातकालीन वाहन और स्थानीय लोगों की आवाजाही शुरू कर दी गई है। जिलाधिकारी ने यहां लोनिवि को जल्द से जल्द काम शुरू करने के निर्देश दिए हैं।
देहरादून प्रशासन के अनुसार भारी बारिश की तबाही से 150 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ है। सड़कों पेयजल योजनाओं ऊर्जा निगम और कई सरकारी भवनों को भारी क्षति पहुंची है। कार्लेगाड सहस्रधारा और मालदेवता जैसे क्षेत्रों में आवासीय और व्यावसायिक संपत्तियां भी प्रभावित हुई हैं। सरकार नुकसान का आकलन कर रही है और पीड़ितों को सहायता प्रदान करने के लिए तत्पर है। मालदेवता क्षेत्र के जो आधा दर्जन क्षेत्र सड़क मार्ग से कटे हैं, वहां सड़क संरचनाओं के अलावा ग्रामीणों के खेत भी ध्वस्त हुए हैं। अभी नुकसान का स्पष्ट आंकड़ा आना बाकी है, लेकिन एक मोटे अनुमान के अनुसार यह आंकड़ा 150 करोड़ रुपये को पार कर गया है।