अल्मोड़ा : राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस की तैयारियां जोरों पर

स्वस्थ पीढ़ी, सशक्त अल्मोड़ा: कृमि मुक्ति का महाअभियान

अल्मोड़ा, 7 अप्रैल। जिला अल्मोड़ा कल यानि मंगलवार 8 अप्रैल को राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस मनाने के लिए पूरी तरह से तैयार है। इस महत्वपूर्ण पहल का उद्देश्य जिले के 1 से 19 वर्ष आयु वर्ग के सभी बच्चों को कृमि संक्रमण से मुक्त करना है, जिससे उनके स्वास्थ्य, पोषण, विद्यालय उपस्थिति और समग्र जीवन स्तर में सुधार लाया जा सके। मुख्य विकास अधिकारी दिवेश शाशनी की अध्यक्षता में विकास भवन में आयोजित एक समीक्षा बैठक में इस कार्यक्रम की व्यापक तैयारियों पर विस्तृत चर्चा की गई और इसे सफल बनाने के लिए रणनीति तैयार की गई।

मुख्य विकास अधिकारी श्री शाशनी ने बैठक में उपस्थित सभी संबंधित विभागों के अधिकारियों और विकास साझेदारों को संबोधित करते हुए कहा कि यह कार्यक्रम बच्चों के उज्जवल भविष्य के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि सभी मिलकर आपसी समन्वय के साथ कार्य करें ताकि कोई भी बच्चा कृमि नियंत्रण की दवा लेने से वंचित न रहे। इस अभियान के तहत जनपद के सभी सरकारी और निजी विद्यालयों, आंगनबाड़ी केंद्रों, पॉलिटेक्निक, आईटीआई, मदरसों और अन्य उच्च शिक्षण संस्थानों में निर्धारित आयु वर्ग के बच्चों को एल्बेन्डाजोल की गोली दी जाएगी।

इस राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस कार्यक्रम में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग, शिक्षा विभाग, महिला एवं बाल विकास (आई.सी.डी.एस.), शहरी विकास, ग्रामीण विकास, जनजाति कल्याण, पेयजल एवं स्वच्छता, पंचायती राज, मानव संसाधन विकास विभाग जैसे महत्वपूर्ण विभाग सक्रिय रूप से भाग ले रहे हैं। इसके अतिरिक्त, एविडेंस एक्शन और डिवॉर्म द वर्ल्ड इनिशिएटिव जैसे विकास साझेदार भी इस महत्वपूर्ण कार्य में अपना बहुमूल्य योगदान दे रहे हैं।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आरसी पंत ने इस अवसर पर जानकारी दी कि जिले में इस अभियान के तहत कुल 118407 बच्चों को दवा देने का लक्ष्य रखा गया है और इसके लिए 172778 एल्बेन्डाजोल की गोलियां सभी विकास खंडों में वितरित की जा चुकी हैं। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने यह भी बताया कि जो बच्चे किसी अपरिहार्य कारण से 8 अप्रैल को विद्यालय या केंद्र पर उपस्थित नहीं हो पाएंगे, उनके लिए 16 अप्रैल 2025 को यह दवा दी जाएगी, ताकि कोई भी बच्चा इस स्वास्थ्य लाभ से वंचित न रहे।

मुख्य विकास अधिकारी श्री शाशनी ने विशेष रूप से सभी निजी विद्यालयों को निर्देशित किया है कि वे दवाइयों को बच्चों के घर न भेजें, बल्कि यह सुनिश्चित करें कि दवा बच्चों को विद्यालय परिसर में ही उपस्थित शिक्षकों की निगरानी में खिलाई जाए। यह कदम अभियान की प्रभावशीलता और बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है। जनपद प्रशासन इस महत्वपूर्ण अभियान को सफल बनाने के लिए पूर्ण रूप से संकल्पित है और सभी नागरिकों से अपील करता है कि वे इस प्रयास में अपना सक्रिय सहयोग प्रदान करें ताकि अल्मोड़ा के बच्चों का स्वस्थ भविष्य सुनिश्चित किया जा सके।

बैठक में जिला कार्यक्रम अधिकारी पीतांबर प्रसाद, जिला पंचायती राज अधिकारी राजेंद्र सिंह सहित अन्य संबंधित उपस्थित रहे।

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