बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने की साथ ही चारधाम यात्रा संपन्न हुई

जोशीमठ 18 नवंबर। भगवान बदरीनाथ धाम के कपाट शनिवार को शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए हैं । इसके साथ ही चारधाम यात्रा का भी संपन्न हो गई है । शनिवार को पंच पूजाओं के पांचवें दिन शनिवार को रावल स्त्री वेष धारण कर माता लक्ष्मी को बदरीनाथ मंदिर के गर्भ गृह में विराजमान किया था।उसके बाद उद्धव जी व कुबेर जी मंदिर प्रांगण में लाया गया, दोपहर 3:33 बजे धाम के कपाट बंद कर दिए गए।

मान्यता है कि अगले ६ माह तक देव ऋषि नारद यहाँ पूजा करते हैं

बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने के दौरान जिस अखंड दीपक को मंदिर के गर्भगृह में जलता हुआ छोड़ जाता है, वह दीपक 6 माह बाद कपाट खुलने के अवसर पर जलता हुआ मिलता है। मान्यता है कि 6 माह भगवान बद्री विशाल की पूजा देव ऋषि नारद करते हैं, क्योंकि भगवान बद्री विशाल की पूजा का अधिकार 6 माह नर और छह माह नारायण को है।

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