दिल्ली सरकार के मंत्री राजकुमार आनंद ने आप व मंत्री पद से दिया इस्तीफा

क्या इस्तीफे की वजह ईडी का छापा है?
नई दिल्ली 10 अप्रैल । दिल्ली के समाज कल्याण मंत्री राज कुमार आनंद ने मंत्री पद और आम आदमी पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। इस्तीफा देने के बाद राजकुमार आनंद ने कहा, ‘पार्टी भ्रष्टाचार के दलदल में फंस गई है। मेरे लिए मंत्री पद पर काम करना मुश्किल हो गया है। इसलिए मैंने मंत्री पद से और पार्टी से इस्तीफा दे दिया है।’ गौरतलब हैं कि आनंद पहले से ही ED के राडार पर थे उनके घर पर 2 नंवबर 2023 को सुबह सुबह ही एजेंसी ने रेड मारी थी , इसके अलावा उनके आठ अलग-अलग ठिकानों की भी तलाशी ली गई थी। छापे की वजह मनी लॉन्ड्रिंग ,सीमा शुल्क और हवाला लेनदेन बताया गया था। उनसे 22 घंटे लगातार पूछताछ हुई थी। जिसके बाद मंत्री राज कुमार आनंद ने ED की कार्रवाई का जवाब देते हुए कहा कि छापेमारी सिर्फ लोगों को परेशान करने का एक बहाना है। ईडी को तलाशी के दौरान कुछ नहीं मिला। उन्हें ऊपर से आदेश मिला है।
इस्तीफे पर राजकुमार आनंद ने कहा ‘दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से कनेक्शन इसलिए हुआ, क्योंकि उन्होंने कहा था कि राजनीति बदलेगी तो देश बदलेगा…आज राजनीति नहीं बदली है, लेकिन राजनेता बदल गए हैं। मैंने अपना इस्तीफा मुख्यमंत्री कार्यालय को भेज दिया है।’ उन्होंने कहा, ‘आम आदमी पार्टी का जन्म भ्रष्टाचार से लड़ने के लिए हुआ था, लेकिन आज पार्टी भ्रष्टाचार के दलदल में फंस गई है। मेरे लिए मंत्री पद पर काम करना मुश्किल हो गया है। मैंने मंत्री पद से और पार्टी से इस्तीफा दे दिया है, क्योंकि मैं इस भ्रष्टाचार से अपना नाम नहीं जोड़ सकता।’ राजकुमार आनंद ने कहा, ‘मैं समाज का बदला चुकाने के लिए मंत्री बना हूं। मैं ऐसी पार्टी का हिस्सा नहीं बनना चाहता जो पीछे हटती हो। जब दलित प्रतिनिधित्व की बात हो रही है तो मैं किसी पार्टी में शामिल नहीं हो रहा हूं।’
ईडी से डर गए राजकुमार आनंद- सौरभ भारद्वाज
राजकुमार आनंद के इस्तीफे पर सौरभ भारद्वाज ने कहा, ‘हर कोई जानता है कि उनके आवास पर ईडी की छापेमारी हुई थी। वह दबाव में थे और डर गए थे। हमें उनसे कोई शिकायत नहीं है। एक स्क्रिप्ट दी गई और उनके पास इसे पढ़ने के अलावा कोई अन्य विकल्प नहीं था…हमने पूर्वी दिल्ली निर्वाचन क्षेत्र से एक दलित उम्मीदवार को मैदान में उतारा है। अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी का कारण पार्टी को तोड़ना और दिल्ली और पंजाब सरकार को भंग करना था।’

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