कृषि विशेषज्ञों ने बताए ’’राष्ट्रीय नाशीजीव कीट निगरानी प्रणाली’’ के फायदे
पौड़ी 28 नवंबर। अपर कृषि निदेशक सभागार पौड़ी में भारत सरकार के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के केन्द्रीय एकीकृत नाशीजीव प्रबन्धन केन्द्र देहरादून द्वारा एनपीएसएस (राष्ट्रीय नाशीजीव कीट निगरानी प्रणाली) प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस अवसर पर काश्तकारों और अधिकारियों को एनपीएसएस ऐप संचालन का प्रशिक्षण दिया गया।
गुरुवार को संपन्न कार्यशाला में कहा गया कि राष्ट्रीय कीट निगरानी प्रणाली कृषि एवं किसान कल्याण विभाग की एक अभूतपूर्व पहल है। जिसका उद्देश्य भारत में कीट निगरानी और प्रबंधन में क्रांतिकारी बदलाव लाना है। एनपीएसएस किसान को खेत में ही तुरंत कीट रोग की पहचान करने में मदद कर रहा है। इसकी सहायता से कृषि विशेषज्ञ द्वारा प्रबंधन एवं रोग नियंत्रण की सलाह दी जा रही है। इस ऐप का इस्तेमाल किसानों के अलावा भारत सरकार व राज्य सरकार के कृषि विस्तार अधिकारी, कृषि विश्वविद्यालय के प्रोफेसर, आईसीएमआर एवं कृषि विज्ञान केंद्र के अधिकारियों द्वारा भी किया जा सकता है। यह ऐप 51 फसलों के महत्वपूर्ण कीटों एवं बीमारियों की पहचान के लिए सक्षम है।
कार्यशाला में कृषकों के मोबाइल फोन में एनपीएसएस एप को डाउनलोड कर प्रशिक्षण दिया गया। साथ ही कृषकों को फसलों के रोग/कीट के प्रति जागरुक किया गया। इस अवसर पर भारत सरकार के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के सहायक वनस्पतिक संरक्षण अधिकारी नितिन कुमार, वनस्पतिक संरक्षण अधिकारी सतेन्द्र शर्मा, मुख्य कृषि अधिकारी पौड़ी डॉ. विकेश कुमार यादव, कृषि एवं भूमि संरक्षण अधिकारी पौड़ी अरविन्द भटट, कृषि एवं भूमि संरक्षण अधिकारी पाबाैं राम नरेश और उप परियोजना निदेशक आतमा रवि सहित जिले के सहायक कृषि अधिकारी मौजूद रहे।