नई दिल्ली 14 अप्रैल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार के दिन बाबा साहेब अंबेडकर की जयंती के अवसर पर भाजपा का संकल्प पत्र जारी कर यह संदेश दिया कि उनके लिए दलित, पिछड़े, ओबीसी का विकास विकास अहम है वहीं यह भी स्पष्ट कर दिया कि वह राजनीतिक दबाव में भ्रष्टाचार के खिलाफ अपने कदम सुस्त नहीं करेंगे। धीरे धीरे उन्होंने विपक्ष के आरोप को ही हथियार बना लिया है।गरीब परिवारों की महिलाओं को हर वर्ष एक लाख रुपये और बेरोजगार युवाओं को अप्रेंटिस के दौरान एक लाख रुपये सालाना देने जैसी कई घोषणाएं की है। भाजपा के संकल्प पत्र में में भी कांग्रेस के न्याय पत्र वाली बातों को दोहराया गया है।
बीजेपी के संकल्प पत्र में गांव, गरीब, किसान, मध्यम वर्ग से लेकर इंफ्रास्ट्रक्चर तक का जिक्र किया गया है लेकिन घोषणापत्र पर सवाल उठने शुरू हो गए हैं कि क्या बीजेपी आक्रामक हिंदुत्व के एजेंडे को अब धीरे-धीरे नजरंदाज कर दिया है ।संकल्प पत्र से काशी-मथुरा का एजेंडा गायब है। बीजेपी के कार्यकर्ताओं का एक ऐसा धड़ा भी है जो ‘अयोध्या तो झांकी है और काशी मथुरा बांकी है’ नारा लगाकर हिंदुत्व के एजेंडे को धार देने के प्रयास कर रहे हैं, उन्हें उम्मीद थी कि बीजेपी इस बार अपने चुनावी संकल्प पत्र में काशी मथुरा को शामिल कर सकती है लेकिन ऐसा हुआ ही नहीं।
भाजपा ने पिछले दस वर्षों का रिपोर्ट कार्ड और रोडमैप दिखाते हुए बताया है कि महिला हो या युवा, किसान हो या गरीब परिवार उनकी आमदनी भी बढ़ेगी और हैसियत भी बनेगी। योजनाएं जमीन पर चल रही है, अलग अलग चुनावों में उसकी सफलता साबित भी हो चुकी है।
एमएसपी को लेकर जहाँ कांग्रेस ने किसानों से वादा किया है कि वो किसानों को एमएसपी देकर रहेगी वही संकल्प पत्र में भाजपा ने कहा है कि एमएसपी उनके काल में सबसे ज्यादा बढ़ी है और आगे भी बढ़ती रहेगी।
रोजगार के लिए संकल्प पत्र में कोई नंबर देने की बजाय भाजपा ने मुद्रा और स्वनिधि योजना की राशि बढ़ाने, देश में उद्योग जगत के विकास का माहौल बनाकर अवसर पैदा किया जाएगा। सच्चाई भी यही है कि बेरोजगारी से निपटने का इसके सिवा कोई दूसरा रास्ता हो ही नहीं सकता है। दूसरी तरफ कांग्रेस ने 30 लाख नौकरी देने की बात कही है ।
संकल्प पत्र की खास बातें
अगले 5 साल तक मुफ्त राशन।
एक राष्ट्र, एक चुनाव।
70 से अधिक उम्र के सभी लोगों को आयुष्मान के तहत स्वास्थ्य लाभ मिलेगा।
भारतीय डिजिटल पब्लिक इन्फ्रास्ट्रक्चर का दुनिया भर में विस्तार।
घोषणा-पत्र में कहा गया कि भारत के डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर को दुनिया भर में सराहा जा रहा है। साथी देशों के साथ इस टेक्नोलॉजी को साझा करने की दिशा में काम होगा।
योग और आयुर्वेद का दुनियाभर में विस्तार होगा।
सभी प्रमुख देशों में प्रमाणित पाठ्यक्रम प्रदान करने की दिशा में योग और आयुर्वेद संस्थानों को सुविधा दी जाएगी। साथ ही योग और आयुर्वेद के लिए विश्व स्तर पर मान्यता प्राप्त प्रमाण पत्र की व्यवस्था भी स्थापित किए जाएंगे।
भारत से अवैध रूप से ले जाई गई भारतीय मूर्तियों और कलाकृतियों को वापस लाया जाएगा।
विश्व के प्रमुख उच्च शिक्षण संस्थानों में शास्त्रीय भारतीय भाषाओं के अध्ययन की व्यवस्था।
भारत की सांस्कृतिक विरासत का विकास।
भारतीय सभ्यता के स्मारकों को पुनर्जीवित किया जाएगा।
भारतीय सभ्यता के स्थलों और स्मारकों को पुनर्स्थापित और पुनर्जीवित करने के लिए अन्य देशों के साथ सहयोग किया जाएगा।
भगवान राम की विरासत का संरक्षण और प्रचार किया जाएगा। राम लला की प्राण प्रतिष्ठा के स्मरण में दुनिया भर में उत्साह के साथ रामायण उत्सव मनाया जाएगा।
नशे के खिलाफ लड़ाई को और मजबूत किया जाएगा।
न्याय संहिता को शीघ्र से लागू किया जाएगा।
वामपंथी उग्रवाद का खात्मा।
सीएए का कार्यान्वयन।
सशस्त्र बलों और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों की क्षमता बढ़ाना।
एक सामान्य मतदाता सूची प्रणाली।
आयुष्मान योजना में ट्रांसजेंडर को भी शामिल किया जाएगा।
पीएम आवास के तहत 3 करोड़ नए घर।
रसोई गैस सप्लाई पाइप से।
पीएम सूर्य घर बिजली योजना के तहत करोड़ों परिवारों को शून्य बिजली बिल।
मुद्रा ऋण के तहत ऋण सीमा 10 लाख से बढ़ाकर 20 लाख।
3 करोड़ महिलाएं बनेंगी लखपति दीदी।
राष्ट्रीय सहकारिता नीति।
2025 में जनजातीय गौरव दिवस।
विश्वभर में संत तिरुवल्लुवर केंद्र।
तमिल भाषा को बढ़ावा दिया जाएगा।