थलीसैंण के राठ क्षेत्र में भालू का आतंक

शनिवार सुबह भालू ने मंजरी गांव में एक और मवेशियों को बनाया निवाला

थलीसैंण 01 नवंबर। पौड़ी गढ़वाल स्थित थलीसैंण के राठ क्षेत्र में सक्रिय भालू से लोगों को निजात नहीं मिल पा रही है। शनिवार की सुबह भालू ने मंजरी गांव में एक और मवेशी को अपना निवाला बना दिया। पिछले करीब तीन महीने से थलीसैंण के राठ क्षेत्र के आधा दर्जन गांवों में भालू सक्रिय है और अभी तक पकड़ा नहीं जा सका। भालू के सक्रिय होने के बाद वन विभाग की टीमें यहां डेरा डाले हुए हैं, लेकिन भालू एक गांव को छोड़ दूसरे के गांव में मवेशियों को मार दे रहा है। ऐसे में वन विभाग की जहां चुनौतियां बढ़ गई है वहीं स्थानीय ग्रामीणों में दहशत बनी है।

भालू के एक के बाद एक हमलों के बाद भालू को दोबारा मारने के आदेश भी जारी हुए है। इससे पहले सितंबर में भालू पकड़ने और मारने के आदेश हुए थे लेकिन तब भी भालू ट्रैक्यूलाइज टीम के निशाने पर नहीं आ सका था। भालू ने इस बीच पाबौ और खिर्से में तीन लोग को अभी तक घायल भी कर दिया है। इससे ग्रामीणों में दहशत बनी हुई है। गढ़वाल वन प्रभाग की एसडीओ आयशा बिष्ट ने बताया कि भालू ने शनिवार को तड़के मंजरी गांव में एक मवेशियों को मारा है। भालू की गतविधियों पर नजर रखने के लिए कुचौली, सौंठ और कठ्यूठ आदि गांवों में फॉरेस्ट टीम गश्त कर रही है लेकिन भालू इन गांव को छोड़ अब दूसरे गांवों की ओर बढ़ रहा है। भालू को मारने के आदेश के बाद क्षेत्र में मैन पॉवर और बढ़ा दी गई है। कोशिश की जा रही है कि भालू किसी तरह ट्रैक्यूलाइज हो जाए। इस दफे भालू ने अभी तक 30 से अधिक मवेशियों को निवाला बनाया है और अभी भी भालू के हमले नहीं थमे हैं।

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