बिजली उपभोक्ताओं को बीजेपी सरकार ने चुनाव के बाद दिया पहला झटका

देहरादून 26 अप्रैल। एक कहावत है, खेल खत्म पैसा हजम… ये कहावत कुछ कुछ उत्तराखंड सरकार और उसके उत्तराखंड विद्युत नियामक आयोग पर सटीक बैठती है। जैसे ही लोकसभा के चुनाव ख़त्म हुए वैसे ही शुक्रवार को उत्तराखंड में बिजली दरों में करीब सात प्रतिशत की बढ़ोतरी कर दी गई है । उत्तराखंड विद्युत नियामक आयोग ने शुक्रवार को नई दरें जारी कर दी हैं , नई दरों के अनुसार बीपीएल के 4.5 लाख उपभोक्ताओं, व स्नो बाउंड उपभोक्ताओं और फिक्स्ड चार्ज में कोई बढ़ोतरी नहीं की गई है।

घरेलू श्रेणी के उपभोक्ताओं को 100 यूनिट तक बिजली खर्च करने पर 25 पैसे, 101 से 200 यूनिट पर 30 पैसा,और 201 से 400 यूनिट तक 40 पैसा प्रति यूनिट की बढ़ोतरी की गई है। उत्तराखंड विद्युत नियामक आयोग के कार्यवाहक अध्यक्ष एमएल प्रसाद ने बताया कि सोलर वाटर हीटर में छूट 75 रुपये प्रति 50 लीटर रखी गई है।

ऊर्जा प्रदेश में पहले ही दामों में 8 से 11 प्रतिशत तक बढ़ोतरी की संभावना जताई जा रही थी। यूपीसीएल ने 23 से 27 प्रतिशत बढ़ोतरी मांग की थी, जिसके सापेक्ष नियामक आयोग उपभोक्ताओं की जरूरत के हिसाब से अपना फैसला लेने की बात कही थी। इस साल यूपीसीएल ने बिजली खरीद पर सालाना 1281 करोड़ का हवाला देते हुए मांग की थी कि बिजली की दरों में 23-27 फीसदी की बढ़ोतरी की जाए।

फिक्स चार्ज भी बढ़ाया गया
आम घरेलू उपभोकता का फिक्स चार्ज १५ से 20 रुपये प्रति किलोवाट बढ़ाया गया है , जबकि कमर्शियल श्रेणी के फिक्स चार्ज दस से 20 रुपये प्रति किलोवाट तक बढ़ाया गया है, उद्योगों का फिक्स चार्ज 15 रुपये से 117 रुपये प्रति किलोवाट तक बढ़ा दिया गया है। बढ़ी हुई दरों से घरेलु श्रेणी के बिजली उपभोक्ताओं को हर महीने बिजली बिलों में 25 से 160 रुपये देने होंगे।

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