अल्मोड़ा, 31 मई । ग्रामीण उद्यम वेग वृद्धि परियोजना, हिमोत्थान (रीप) के अंतर्गत जिला परियोजना प्रबंधक इकाई द्वारा USRLM/ILSP के माध्यम से गठित CLFs एवं LCs अंतर्गत समूहों के माध्यम से समावेशी संकुल विकास एवं ग्रामीण उद्यम विकास से जुड़े विविध कार्यक्रम सफलतापूर्वक क्रियान्वित किए जा रहे हैं।
इसी क्रम में मुख्य विकास अधिकारी दिवेश शाशनी की दूरदर्शी सोच एवं सशक्त नेतृत्व में महिला स्वायत्त सहकारिताओं से जुड़े प्रगतिशील कृषकों हेतु आगामी वित्तीय वर्ष 2025-26 में “क्लाइमेट स्मार्ट एग्रीकल्चर” एवं “चारा व साइलेज” जैसे अत्यंत प्रासंगिक विषयों पर प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जाने की दिशा में ठोस पहल की गई है। बदलते जलवायु परिदृश्य को ध्यान में रखते हुए इन प्रशिक्षणों के माध्यम से कृषकों को आधुनिक, पर्यावरण अनुकूल एवं लाभकारी कृषि विधियों से सशक्त किया जाएगा।
इस उद्देश्य की पूर्ति हेतु गत दिवस विकास भवन अल्मोड़ा में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में विभिन्न विभागों के विशेषज्ञ अधिकारियों एवं तकनीकी कर्मचारियों की सक्रिय सहभागिता रही। बैठक में कृषि विज्ञान केंद्र मटेला के वैज्ञानिक, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी, कृषि अधिकारी, मुख्य उद्यान अधिकारी, सहायक निदेशक (मत्स्य, डेयरी एवं रेशम), जिला परियोजना प्रबंधक रीप, सहायक प्रबंधक (लाइवलीहुड व वैल्यू चेन) रीप समेत अन्य अधिकारियों ने भाग लिया।
मुख्य विकास अधिकारी दिवेश शाशनी ने बैठक में संबंधितों को निर्देशित किया कि प्रशिक्षण कार्यक्रमों की रुपरेखा यथाशीघ्र तैयार की जाए तथा क्षेत्रीय आवश्यकताओं के अनुरूप इन्हें क्रियान्वित किया जाए। साथ ही, प्रशिक्षण उपरांत कृषकों द्वारा प्रक्षेत्र में किए जाने वाले जलवायु अनुकूल कृषि प्रयासों की सतत निगरानी और तकनीकी सहायता भी सुनिश्चित की जाए। मुख्य विकास अधिकारी की यह पहल न केवल ग्रामीण महिलाओं को आजीविका के बेहतर अवसर प्रदान करेगी, बल्कि जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों से निपटने में भी एक मील का पत्थर साबित होगी।