‘रोड नहीं तो वोट नहीं,’ मंगरूखाल – कालिंका मोटर मार्ग को लेकर ग्रामीण करेंगे चुनाव का बहिष्कार

कुलांटेश्वर 08 मार्च। अल्मोड़ा – पौड़ी जिले के बॉर्डर पर स्थित लगभग 18 गावों के जोड़ने वाले मंगरूखाल,तनसाली सैण,कालिंका मोटर मार्ग को लेकर शुक्रवार को ग्रामीणों ने सयुक्त बैठक की। बैठक में 2014 में प्रशासन द्वारा स्वीकृति मिलने के बाद भी मंगरूखाल,तनसाली सैण,कालिंका मोटर मार्ग पर काम न शुरू किए जाने को लेकर ग्रामीणों ने निंदा प्रस्ताव पारित किया। प्रस्ताव के कहा गया कि तमाम आवश्यक कार्यवाही पूरी होने के बाद भी अल्मोड़ा का जिला प्रशासन आखें मूंदे बैठा है।

ग्रामीणों का आरोप है कि वर्षों से हम लोग सड़क की मांग करते आ रहे हैं लेकिन ना तो प्रशासन और ना ही शासन हमारी समस्या पर ध्यान दे रहा है। निर्वाचित जनप्रतिनिधियों को भी इस बारे में कई बार अवगत कराया जा चुका है पर आज तक किसी ने हमारी समस्या पर ध्यान नहीं दिया, जिसके बाद एकमत होकर ग्रामीणों ने फैसला लिया कि आगामी 10 मार्च को लखरकोट से लेकर घटबगढ़ होते हुए बजरखोड़ा तक लिए जनआंदोलन आक्रोश रैली आयोजित क़ी जाएगी । इसके बाद भी अगर सड़क का काम शुरू नहीं हुआ तो ‘रोड नहीं तो वोट नहीं’ के तहत आगामी लोकसभा चुनाव का बहिष्कार किया जाएगा।

बैठक में सामाजिक कार्यकर्त्ता सुनील टम्टा ने कहा कि गढ़वाल -कुमाऊं के बॉर्डर से गुजरने वाले इस मार्ग पर जिला प्रशासन आखें मूंदे बैठा है । मैं व्यक्तिगत रूप से कई बार मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत कर चुका हूँ लेकिन अधिकारी है कि फाइलों से उठने का नाम ही नहीं लेते। उन्होंने कहा कि माता कालिंका मंन्दिर को जोड़ने वाला यह मार्ग धार्मिक रूप से भी अत्यंत जरूरी है। इस मार्ग के तैयार हो जाने से गढ़वाल और कुमाऊं की जनता आसानी से मंदिर तक पहुँच सकेगी । बैठक में सामाजिक कार्यकर्त्ता मानसिंह रावत, चन्दन सिंह, नरेंद्र सिंह रावत सिकन्दर सिंह, सावित्री रावत, हेमा रावत, हरिओम रावत, श्याम सिंह रावत भी मौजूद थे।

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