स्थानीय युवा विपिन कोहली पुत्र वलवन्त कोहली नि0 ग्राम ढौंड, थाना थैलीसैण ही निकला गैंगलीडर
धूमाकोट 25 अगस्त। विगत 13 अगस्त को नीलम रावत निवासी सल्ट ने थाना धुमाकोट में एक शिकायती प्रार्थना पत्र दिया था जिसमें उन्होंने बताया था कि किसी अज्ञात व्यक्ति ने धुमाकोट क्षेत्र के प्रसिद्ध सल्ट महादेव मन्दिर परिसर में लगी घंटियां चुरा ली हैं । शिकायत मिलने के बाद थाना धुमाकोट में मु0अ0स0-12/2024, धारा-305 (D) B.N.S बनाम अज्ञात पंजीकृत किया गया।
एक अन्य मामले कमलेश प्रसाद अध्यक्ष डांड़ा नागराजा मन्दिर समिति ने भी 15 अगस्त को राजस्व पुलिस चौकी कंडवालस्यूं-02 में एक शिकायती प्रार्थना पत्र दिया था जिसमें उन्होंने पौड़ी के प्रसिद्ध डांड़ा नागराजा मन्दिर में लगी घंटियों को अज्ञात चोरों द्वारा चोरी किए जाने की जानकारी दी गई थी। मामले में राजस्व पुलिस चौकी कंडवालस्यूं-02 में मु0अ0स0-01/2024, धारा-305(D) B.N.S पंजीकृत किया गया। जिसके बाद उच्चाधिकारियों के आदेशानुसार राजस्व पुलिस चौकी कंडवालस्यूं-02 में पंजीकृत अभियोग मु0अ0स0-01/2024 को थाना सतपुली को स्थानान्तरित किया गया।
लगातार दो सनसनीखेज वारदातों के बाद जिले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक लोकेश्वर सिंह द्वारा मन्दिरों में हुई उक्त चोरी की घटनाओं व स्थानीय लोगों में व्याप्त रोष को गम्भीरता से लेते हुये अभियुक्तों की शीघ्र गिरफ्तारी कर घटना का सफल अनावरण करने के लिए टीमें गठित करने हेतु निर्देशित किया गया।
जिसके क्रम में थानाध्यक्ष धुमाकोट लाखन सिंह एवं सीआईयू प्रभारी कमलेश शर्मा के नेतृत्व में 03 पुलिस टीमों का गठन किया गया। गठित प्रथम पुलिस टीम द्वारा बाहरी मजदूरों एवं फड़ फेरी वालों का भौतिक सत्यापन किया गया, तथा दूसरी टीम ने प्रत्येक थाने के लगभग लगभग 250 सीसीटीवी कैमरो की रिकोर्डिंग चैक की, तीसरी टीम ने सर्विलांस की मदद पतारसी सुरागरसी का कार्य कर मुखबिरों को सक्रिय किया गया।
पुलिस की तीन टीमों के अथक प्रयास के बाद शनिवार को मुखबिरों द्वारा सूचना प्राप्त हुई कि एक संदिग्ध वाहन एच0आर0 नम्बर धूमाकोट क्षेत्र से दुगड्डा कोटद्वार की तरफ आ रहा है, इस सूचना पर सीआईयू पौडी, थाना थलीसैण व थाना धूमाकोट की संयुक्त टीम द्वारा दुगड्डा के पास एच0आर0-46 F-8291 वाहन को रोका लिया जो कि धुमाकोट से कोटद्वार की ओर आ रहा था, इस वाहन में तीन व्यक्ति सवार थे। तीनों व्यक्तियों से पूछताछ करने पर वाहन चालक व्यक्ति ने अपना नाम नीरज कौशिक (24 ) पुत्र मुकेश कौशिक, निवासी ग्राम कुलताना, थाना-सापला जनपद रोहतक हरियाणा, तथा वाहन में बैठे दूसरे व्यक्ति ने अपना नाम विपिन कोहली (30 ) पुत्र वलवन्त कोहली निवासी ग्राम ढौंड
थाना थैलीसैण, जनपद पौडी गढवाल व तीसरे व्यक्ति ने अपना नाम मूल चन्द पाल (35 ) पुत्र राम खिलावन, निवासी नत्थू जल्ली, थाना डेहरापुर,जनपद कानपुर, उ0प्र0 बताया, जिसके बाद पुलिस ने वाहन कि तलाशी ली तो बड़ी संख्या में मन्दिर की घण्टियां, कटर, ब्लेड व प्लास बरामद हुए पुलिस द्वारा पूछताछ करने पर तीनों द्वारा डांड़ा नागराजा व सल्ट महादेव मन्दिर से घंटियां चोरी करना स्वीकार किया अभियुक्त को नियमानुसार गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय के समक्ष पेशकर आवश्यक वैधानिक की जा रही है।
पूछताछ का विवरण
अभियुक्तों ने पूछताछ करने पर बताया कि विपिन कोहली जो कि मूल रूप से ढौंड, थलीसैण का रहने वाला है व जिसे आस- पास के मन्दिरों की अच्छी जानकारी है। विपिन द्वारा अपने साथियों नीरज कौशिक व मूल चन्द पाल को बाहर से बुलाया जाता है व मन्दिरों की रेकी करने के बाद रात्रि में कटर, ब्लेड व प्लास की सहायता से घण्टियों को चोरी करके जंगलों में इकट्ठा किया जाता है फिर इन घण्टियों को दिल्ली गाजियाबाद आदि स्थानों पर बेचने का कार्य किया जाता है। आज भी इनके द्वारा घण्टियों को दिल्ली गाजियाबाद बेचने के लिये ले जा रहे थे। पूर्व में भी इनके द्वारा गांवों के मन्दिरों में चोरी करना स्वीकार किया गया जिस सम्बन्ध पुलिस टीम द्वारा विस्तृत पूछताछ की जा रही है।
बरामद माल
थाना धुमाकोट क्षेत्रान्तर्गत सल्ट महादेव मन्दिर स चोरी हुयी पीतल की 25 घण्टियां
थाना सतपुली, डाडा नागराजा मन्दिर से चोरी हुयी पीतल की 19 घण्टियां, बरामद की गई 44 घंटियों की कीमत 1.5 लाख रुपये आंकी गई है इसके अलावा घटना में प्रयुक्त वाहन संख्या- एच0आर0- 46 F- 8291 को भी सीज़ कर लिया गया है।
पुलिस कि पहली टीम सीआईयू मे उपनिरीक्षक कमलेश शर्मा-प्रभारी सीआईयू,अपरउपनिरीक्षक अहसान अली,मुख्य आरक्षी संतोष,उत्तम हरीश- सीआईयू व कांस्टेबल अमरजीत सिंह (साईबर सैल) शामिल थे। सतपुली पुलिस की टीम में थानाध्यक्ष दीपक तिवाड़ी,उपनिरीक्षक दिनेश कुमार, व आरक्षी शूरवीर शामिल थे , जबकि तीसरी टीम में थलीसैण पुलिस टीम के थानाध्यक्ष सुनील पंवार,आरक्षी राकेश गुसाई व मनोज शामिल थे , चौथी टीम में थाना धुमाकोट पुलिस टीम के उपनिरीक्षक कैलाश सेमवाल, व आरक्षी रमल राठौर शामिल थे।